इंदौर। रंगपंचमी पर इंदौर में सुबह से रंग-गुलाल उड़ने लगा। इंदौर की ऐतिहासिक गेर में शामिल होने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग परिवार के साथ और युवाओं की टोली राजवाड़ा पहुंची।
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में फागुनी मस्ती के माहौल में रंगपंचमी पर हर साल निकाली जाने वाली गेर (होली की विशाल शोभायात्रा) को यूनेस्को की मान्यता दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन तीन साल के अंतराल के बाद फिर कवायद शुरू की।
प्रशासन ने गेर को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के तौर पर यूनेस्को की सूची में शामिल कराने के लिए वर्ष 2020 में योजना बनाई थी, लेकिन कोविड-19 का प्रकोप शुरू होने के बाद यह कवायद सिरे नहीं चढ़ सकी।
शहर में गेर की परंपरा रियासत काल में शुरू हुई, जब होलकर राजवंश के लोग रंगपंचमी पर आम जनता के साथ होली खेलने के लिए सड़कों पर निकलते थे।