इंदौर। इंदौर का बेतरतीब ट्रैफिक एक और होनहार युवती की जान ले ली। श्याम नगर निवासी एक 24 वर्षीय युवती साक्षी शर्मा को गुरुवार दोपहर में दुर्घटना का शिकार हो गई। एक ट्रक ने लसूड़िया थाने से महज 200 मीटर दूर उसे कुचल दिया।
साक्षी ने पापा मनोज शर्मा को 10 मिनट पहले फोन पर चहकते हुए कहा था कि पापा मेरी नौकरी लग गई है और मैं जल्दी घर आकर आपको सबकुछ बताती हूं। लेकिन वह घर न पहुंच सकी। फोन के चंद मिनट बाद ही मौत उसे ऐसे सफर पर ले गई, जहां से अब वह कभी नहीं लौटेगी।
बायपास स्थित निजी स्कूल में साक्षी ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। फोन आने पर गुरुवार को वह मिलने गई और प्रबंधन ने उसे नियुक्ति पत्र सौंप दिया। उसने पापा को यह खुशखबरी दी और चचेरे भाई शशांक के साथ स्कूटर से घर लौटने लगी।
साक्षी जब लसूड़िया थाने से करीब 200 मीटर की दूरी पर थे तब उसने एक ट्रक को बाईं तरफ से ओवरटेक किया। तभी सामने से एक लोडिंग वाहन आ गया। साक्षी ने गलत दिशा से आए वाहन से बचने की कोशिश की। लेकिन वह उसके स्कूटर से टकराते हुए आगे निकल गया। इससे साक्षी असंतुलित होकर दाईं तरफ गिर गई और उसी क्षण पास से गुजर रहे ट्रक का पिछला पहिया उसके सीने पर चढ़ गया भाई शशांक बाईं तरफ गिरने के कारण बच गया लेकन साक्षी की मौत हो गई।
बेटी को नौकरी मिलने की खबर पाकर पिता खुश थे लेकिन चंद मिनट बाद ही उन्हें पुलिस वालों का फोन आया कि साक्षी दुर्घटना का शिकार हो गई। खुशी दुख में बदल गई। साक्षी की मौत के बारे में 3 घंटे बाद सूचना मिली और शव का केवल चेहरा ही दिखाया गया।