इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद मरीज की हड्डी ही गायब कर दी। मरीज ने इस मामले में डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उसका कहना है कि डॉक्टरों की वजह उनकी जिंदगी ही बर्बाद हो गई।
डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद इस शख्स के सिर की हड्डी निकाल ली थी। जब शख्स ने दोबारा लगाने के लिए डॉक्टरों से संपर्क किया तो पता चला कि हड्डी को नष्ट किया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक, उज्जैन के कीर्ति परमार को कुछ साल पहले ब्रेन ट्यूमर हो गया था। साल 2019 में वह ऑपरेशन के लिए इंदौर के निजी अस्पताल आए। ऑपरेशन के वक्त डॉक्टरों ने उनके सिर के एक हिस्से की हड्डी निकाल दी। उन्होंने कीर्ति को सलाह दी थी कि जब रिकवरी हो जाएगी तब इस हड्डी को वापस लगा दिया जाएगा।
कुछ समय बाद जब मरीज और उसके परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि वह उस हड्डी को नष्ट किया जा चुका है। प्रबंधन ने दावा किया कि मरीज के परिजनों ने ही हड्डी को नष्ट करने की अनुमति दी थी।
वहीं परिजनों का आरोप है कि उन्होंने कभी इसकी अनुमति नहीं दी, बल्कि उन्हें तो कहा गया था कि कुछ समय बाद दूसरा ऑपरेशन कर इस हड्डी को लगा दिया जाएगा।
मरीज के परिजनों का कहना है कि सिर का ऑपरेशन कर दोबारा हड्डी लगवाने में 5 लाख से ज्यादा का खर्चा है। इसमें भी हड्डी पर काफी खर्च हो रहा है। परिजन अस्पताल पर 50 लाख का दावा करने की तैयारी में है।