इंदौर। शहर की भागीरथपुरा सहित आसपास की बस्तियों में बुधवार सुबह अज्ञात व्यक्तियों द्वारा नाले में बहाए गए रसायन की तेज भभक से लोगों की आंखों में अचानक जलन, दर्द और उल्टियां होने लगीं। इससे अफरातफरी की स्थिति बन गई। बीमार लोगों के इलाज के लिए भागीरथपुरा क्षेत्र में 4 स्थानों पर विशेष शिविर लगाए गए, जहां सुबह से लेकर शाम तक करीब 1,550 लोग पहुंचे। प्राथमिक चिकित्सा के बाद इन्हें छुट्टी दे दी गई। नाले से उठ रही रसायन की भभक शाम होते-होते कम हो गई है।
बच्चे हुए बेहोश : खबरों के अनुसार, नाले के पास ही मिशनरी स्कूल में जहरीली गैस के कारण बच्चे बेहोश हो गए, इसलिए स्कूल में बच्चों की जल्दी छुट्टी कर दी गई। हालांकि सभी बच्चों की स्थिति ठीक बताई जा रही है।
टैंकर डाल गया केमिकल : जांच में सामने आया कि यहां बहने वाले नाले में मंगलवार रात कोई टैंकर केमिकल डाल गया था। इसके चलते नाले से गैस निकलने लगी जिसके कारण लोगों की आंखों में जलन होने लगी। नाले से लगी बस्तियों में लोगों को यह शिकायत होने के बाद नगर निगम अमला तुरंत हरकत में आया। नाले में फैली जहरीली गैस की रोकथाम के लिए नगर निगम ने नाले में चूना और केमिकल डाला।
विधायक ने मुख्यमंत्री को दी जानकारी : क्षेत्र के विधायक सुदर्शन गुप्ता, नगर निगम और पुलिस के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया और प्रभावित लोगों का प्राथमिक इलाज किया गया। मामले की जानकारी विधायक ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को भी दी है।
सीसीटीवी से टैंकर की तलाश : नाले में केमिकल छोड़ने वाले टैंकर की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से भी टैंकर की तलाश कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि आसपास स्थित फैक्टरी से ही केमिकल का टैंकर यहां खाली किया गया है।
यातायात रोकने के लिए पुलिस को किया तैनात : जहरीली गैस के प्रभाव को कम करने के लिए अन्य साधनों का उपयोग भी किया गया। स्थिति को देखते हुए भागीरथपुरा पुल से यातायात को रोक दिया गया है। यहां पुलिस जवान तैनात कर दिए गए हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।