इंदौर। सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी ने इलेक्ट्रिक कटर से आज शनिवार सुबह अपना गला रेतकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद जेल में हड़कंप मच गया। तत्काल कैदी को जेल में बने अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार घटना आज सुबह 8.30 बजे की बताई जा रही है, जब जेल में बने पॉवरलूम कारखाने में काम कर रहे आजीवन कारावास की सजा से दंडित कैदी अनिल यादव पिता देवीसिंह यादव (49) निवासी आजादनगर ने इलेक्ट्रिक कटर से अपना गला रेत लिया। अधिक रक्तस्राव के कारण कैदी की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त पॉवरलूम में कई कैदी काम कर रहे थे। जब उन्होंने यह वाकया देखा तो खलबली मच गई।
यहां अनिल के साथ जितेंद्र वर्मा निवासी एरोड्रम, जो हत्या के मामले में बंद है, ने बीचबचाव किया था। तत्काल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे, जेलर लक्ष्मणसिंह भदौरिया और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। हालांकि आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि अनिल यादव कई सालों से बंद था।
जेल सूत्रों की मानें तो जेल के चक्कर अधिकारी की कारगुजारी को लेकर कई कैदी प्रताडि़त हैं और पूर्व में कुछ कैदी भी खुदकुशी का प्रयास कर चुके हैं। उधर जेल डीआईजी संजय पांडे ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल लाश को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय भेजा गया है। अधिकारियों से भी संज्ञान लिया जा रहा है कि कैदी ने आखिर किन परिस्थितियों में जान दी है। जेल में कैदी द्वारा की गई आत्महत्या की घटना के बाद मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।