Ram temple built from iron scrap : देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में 21 टन लोहे के कबाड़ का प्रयोग करके राम मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई है। यह प्रतिकृति अयोध्या में बन रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की है जिसका उद्घाटन अगले साल 22 जनवरी को होना निर्धारित है। खास बात यह है कि इस प्रतिकृति के निर्माण में मुस्लिम कारीगर भी शामिल हैं।
शहर के विश्राम बाग में इस प्रतिकृति के निर्माण का बीड़ा महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने उठाया। उन्होंने रविवार को कहा, यह प्रतिकृति भगवान राम के संदेश के साथ ही इंदौर की स्वच्छता का संदेश भी दुनियाभर में पहुंचाएगी।
भार्गव ने बताया कि यह प्रतिकृति अपशिष्ट प्रबंधन के उस 3 आर (रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल) फॉर्मूला पर आधारित है, जिसके बूते केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार छह सालों से अव्वल बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि लगभग तीन महीने में तैयार प्रतिकृति 40 फुट लंबी, 27 फुट चौड़ी और 24 फुट ऊंची है और इसमें बिजली के खंभों, वाहनों आदि चीजों का 21 टन लौह कबाड़ लगा है। महापौर ने बताया कि प्रतिकृति को आकार देने वाले कारीगरों में हिंदू और मुस्लिम, दोनों समुदायों के कारीगर शामिल हैं।
प्रतिकृति के निर्माण से जुड़ी एक निजी कंपनी के मालिक उज्ज्वल सिंह सोलंकी ने बताया, जब हमने तीन महीने पहले यह प्रतिकृति बनानी शुरू की, तब अयोध्या का राम मंदिर बनकर तैयार नहीं हुआ था। लिहाजा प्रतिकृति का डिजाइन तय करने में हमने जानकारों के साथ ही इंटरनेट की भी मदद ली।
सोलंकी ने बताया कि राम मंदिर की प्रतिकृति के निर्माण में 60 से 70 लाख रुपए का खर्च अनुमानित है और रंगरोगन और विद्युत सज्जा के जरिए इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour