इंदौर। मध्य प्रदेश में इंदौर की जिला जेल में 35 वर्षीय महिला कैदी के पास स्मार्टफोन मिलने से कारागार की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुलने के बाद राज्य के जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विभागीय अफसरों से 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
मिश्रा ने बुधवार को बताया, इस मामले में एक महिला जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं। गृह एवं जेल मंत्री मिश्रा ने बताया कि उन्हें महिला कैदी के पास स्मार्टफोन मिलने के मामले की शुरुआती रिपोर्ट मिल चुकी है और उन्होंने जेल विभाग के अधिकारियों से इसकी विस्तृत रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर मांगी है।
महिला कैदी के पास मोबाइल मिलने के मामले की जांच कर रहीं केंद्रीय जेल की अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि वित्तीय धोखाधड़ी के अलग-अलग मामलों में विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल में बंद पायल (35) के पास 21 अगस्त को तब मोबाइल मिला, जब कैदियों के बैरक की अचानक तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि आकस्मिक तलाशी के दौरान हड़बड़ाई महिला कैदी ने मोबाइल को अपने कपड़ों में छिपा लिया था, लेकिन यह फिसलकर नीचे गिर पड़ा, जिससे उसकी पोल खुल गई। सोनकर ने बताया कि इस मामले में जेल की एक महिला प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि कुछ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस महिला को इस साल मई में दिल्ली की तिहाड़ जेल से इंदौर की जिला जेल लाया गया था क्योंकि स्थानीय अदालत में भी उसके खिलाफ धोखाधड़ी के मामले लंबित हैं।
सोनकर ने बताया कि पायल पर आरोप है कि उसने खुद को कई मल्टीमीडिया कंपनियों की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बताकर लोगों को चूना लगाया।
जेल अधीक्षक ने बताया कि पायल ने पूछताछ में दावा किया कि उसने इंजीनियरिंग की स्नातक उपाधि हासिल की है।
सोनकर ने बताया कि महिला कैदी से जब्त मोबाइल को विस्तृत जांच के लिए संयोगितागंज पुलिस थाने को सौंपा गया है ताकि पता चल सके कि जेल में इसके इस्तेमाल से उसने किन लोगों से चैट या बातचीत की है।(भाषा)
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