बेटमा में जमीन विवाद में पिछले दिनों एक शख्स राजेश चौहान की आत्महत्या के मामले में पुलिस विभाग ने बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह पर कार्रवाई की है। उनके खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उन्हें लाइन अटैच किया गया है। इसके साथ ही थानेदार संदीप पोरवाल पर भी कार्रवाई हो सकती है।
वेबदुनिया ने उठाया था मुद्दा : दरअसल, बेटमा में एक किसान राजेश चौहान की आत्महत्या के मामले को
वेबदुनिया ने 11 फरवरी 2025 को प्रमुखता से उठाया था। बता दें कि
वेबदुनिया ने ग्रामीण एसपी हितिका वासल से चर्चा कर पूरे मामले से अवगत कराया था। इस मामले में मृतक राजेश चौहान की पत्नी साधना चौहान और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने बेटमा थाना के प्रभारी पर भी आरोपी पक्ष के साथ मिलने का आरोप लगाया था। किसान राजेश चौहान की जमीन पर वहीं के छितर सिंह पटेल नाम के शख्स ने कब्जा कर लिया था। इसी विवाद में राजेश चौहान के परिवार ने पुलिस की शरण ली थी। लेकिन पुलिस ने उल्टा पीड़ित परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित किया। इसमें बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे थे। अब विभाग ने संजय सिंह पर कार्रवाई कर लाइन अटैच किया है।
टीआई संजय सिंह ने नहीं उठाया था कॉल : बता दें कि जमीनी विवाद में हुई शख्स की आत्महत्या के बाद उसकी पत्नी न्याय के लिए बेटमा क्षेत्र से लेकर इंदौर तक धक्के खाती हुई भटक रही थी, लेकिन कहीं उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी। न्याय नहीं मिलने की स्थिति में बेबस पत्नी मजबूरन अपने पूरे परिवार के साथ हाथों में तख्तियां लेकर इंदौर पहुंची थी। यहां पूरा परिवार इंदौर कलेक्टर कार्यालय पुलिस से लेकर जिला प्रशासन तक न्याय की गुहार लगाता रहा। न्याय की आस में बेटमा से इंदौर आए इस परिवार के सदस्यों ने बेटमा पुलिस से लेकर एमवाय अस्पताल के प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के परिवार के आरोपों के बारे में एसपी हितिका वासल ने बताया था कि ऐसा कुछ नहीं है, पुलिस जांच और कार्रवाई रह रही है। इस संबंध में बात करने के लिए बेटमा थाना इंचार्ज संजय सिंह को कॉल किया गया था लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया था।
क्या था मामला : दरअसल, राजेश चौहान ने 2023 में जमीन खरीदी थी। लेकिन वहां का छितर सिंह पटेल नाम के शख्स ने जमीन पर कब्जा कर लिया, कई कोशिशों के बाद भी वो जमीन पर से कब्जा नहीं छोड रहा था। जब भी राजेश अधिकारियों के साथ जमीन का सीमांकन करने जाते थे तो छितर सिंह पटेल वहां आकर विवाद करता था। एक बार तो उसने परिवार वालों के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाकर मारने की कोशिश की। जब यह घटना हुई तो आरआई, पटवारी सब मौजूद थे। लेकिन छितर सिंह की डर के मारे सारे कर्मचारी भी भाग जाते थे। राजेश की पत्नी और उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया था कि छितर सिंह ने बात करने के लिए राजेश को बुलाया था। इसके बाद उनकी मौत हो गई। जहर खाने ने उनकी मौत हुई थी, लेकिन हमें यह शक है कि उनकी हत्या हुई थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि बेटमा की पुलिस में जब शिकायत लेकर पहुंचे तो वहां भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी।
Edited By: Navin Rangiyal