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भारत को न्यू इंडिया बनाने का सपना देखने वाले विजनरी, जानिए देश को सुपर पावर बनाने में इनका योगदान

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हमें फॉलो करें भाई मनोहर सिंह

WD Feature Desk

, बुधवार, 11 जून 2025 (16:12 IST)
Visionary Businessman of India: हमारा देश भारत, एक ऐसा देश जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और असीम संभावनाओं के लिए जाना जाता है, आज 'न्यू इंडिया' बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। लेकिन इस सपने को साकार करने में कई महान दूरदर्शी (विजनरी) भारतीयों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिन्होंने अपने अथक प्रयासों और नवाचारों से देश की नींव को मजबूत किया और उसे वैश्विक मंच पर एक महाशक्ति (सुपर पावर) के रूप में स्थापित करने में मदद की।  आइए, जानते हैं ऐसे ही कुछ महान व्यक्तित्वों के बारे में और उनके योगदान को समझते हैं:
  1. भाई मनोहर सिंह: उद्यमिता और शिक्षा के क्षेत्र में भाई मनोहर सिंह का योगदान अविस्मरणीय है।  उन्होंने भारत में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे देश को कुशल मानव संसाधन मिले जो औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक थे।  उनका मानना था कि शिक्षा ही प्रगति की कुंजी है और इसी सोच के साथ उन्होंने कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना में योगदान दिया, जिन्होंने भारत को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में मदद की।
  2. गोविन्दराम सेकसरिया: गोविन्दराम सेकसरिया एक दूरदर्शी उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति थे। उन्होंने कपड़ा उद्योग में अभूतपूर्व प्रगति की और भारत को वैश्विक कपड़ा बाजार में एक मजबूत पहचान दिलाई।  उनकी व्यावसायिक दूरदर्शिता और जोखिम लेने की क्षमता ने न केवल हजारों लोगों को रोजगार दिया बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान की।  उन्होंने सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में अपना योगदान दिया।
  3. जमशेदजी टाटा: "भारतीय उद्योग के जनक" के रूप में जाने जाने वाले जमशेदजी टाटा ने भारत को औद्योगिक क्रांति की राह पर अग्रसर किया।  उन्होंने टाटा स्टील, टाटा पावर और ताज होटल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की स्थापना की, जिन्होंने देश के औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  उनका विजन सिर्फ लाभ कमाना नहीं था, बल्कि राष्ट्र निर्माण और कर्मचारियों के कल्याण पर भी उनका विशेष ध्यान था।  उन्होंने शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान को भी बढ़ावा दिया, जिससे भारत में नवाचार की संस्कृति विकसित हुई।
  4. जेआरडी टाटा: जमशेदजी टाटा की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, जेआरडी टाटा ने टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।  उन्होंने एयर इंडिया की स्थापना की, जिसने भारत को वैश्विक विमानन मानचित्र पर लाया।  उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने विभिन्न क्षेत्रों में विविधता हासिल की और भारत को एक आधुनिक औद्योगिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।  जेआरडी टाटा को उनकी दूरदर्शिता, ईमानदारी और राष्ट्र निर्माण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
  5. अर्देशिर बुर्जोरजी सोराबजी गोदरेज: गोदरेज समूह के संस्थापक अर्देशिर बुर्जोरजी सोराबजी गोदरेज ने भारत में स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  उन्होंने ताले, साबुन और अलमारियों जैसे उत्पादों का उत्पादन शुरू किया, जो उस समय विदेशी उत्पादों पर निर्भरता को कम करने में सहायक थे।  उनकी दूरदर्शिता ने 'मेक इन इंडिया' की अवधारणा को बहुत पहले ही साकार किया और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी।
  6. केसी महिंद्रा: केसी महिंद्रा ने महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की स्थापना कर भारत के ऑटोमोटिव उद्योग में क्रांति ला दी।  उन्होंने भारत को ट्रैक्टर और उपयोगी वाहन उपलब्ध कराकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया।  उनके नेतृत्व में महिंद्रा समूह ने कृषि, ऑटोमोबाइल और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपना विस्तार किया, जिससे देश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिला।
  7. घनश्याम दास बिड़ला: घनश्याम दास बिड़ला भारत के उन गिने-चुने उद्योगपतियों में से थे, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी अपना योगदान दिया।  उन्होंने बिड़ला समूह की स्थापना की और कपड़ा, सीमेंट, रसायन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपना विस्तार किया।  उनका योगदान केवल उद्योग तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुधारों के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किए।  बिड़ला परिवार ने कई शैक्षणिक संस्थान और अस्पताल स्थापित किए, जिन्होंने देश के सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  8. वर्गीज कुरियन: "भारत की श्वेत क्रांति के जनक" के रूप में प्रसिद्ध वर्गीज कुरियन ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  उन्होंने 'ऑपरेशन फ्लड' के माध्यम से डेयरी किसानों को संगठित किया और उन्हें सशक्त बनाया।  उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने अमूल जैसे सफल सहकारिता मॉडल को जन्म दिया, जिसने लाखों ग्रामीण परिवारों की आजीविका को बेहतर बनाया और भारत को खाद्य सुरक्षा की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया।
  9. धीरू भाई अम्बानी: धीरू भाई अम्बानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना कर भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को बदल दिया।  उन्होंने पेट्रोकेमिकल्स से लेकर दूरसंचार तक विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति ला दी।  उनकी 'जोखिम लेने की क्षमता' और 'बड़े सपने देखने' की प्रवृत्ति ने उन्हें भारतीय व्यापार जगत का एक दिग्गज बना दिया। उन्होंने आम आदमी के लिए शेयर बाजार को सुलभ बनाया और भारत में एक मजबूत पूंजी बाजार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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