Interesting Facts: भूटान, हिमालय की गोद में बसा एक खूबसूरत देश है। यह देश अपनी प्राकृतिक सुंदरता और बौद्ध धर्म के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। लेकिन भूटान के बारे में एक बात है जो इसे और भी खास बनाती है, वह है यहां का धार्मिक परिदृश्य। भूटान में बौद्ध धर्म का विशेष महत्व है और अधिकांश आबादी बौद्ध धर्म को मानती है। इसके साथ ही यहां हिंदू धर्म के अनुयायी भी काफी संख्या में हैं। लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि भूटान में हजारों मुस्लिम भी रहते हैं, फिर भी यहां एक भी मस्जिद नहीं है।
क्यों नहीं है भूटान में मस्जिद?
इस सवाल का जवाब समझने के लिए हमें भूटान के इतिहास और संस्कृति को समझना होगा।
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बौद्ध धर्म का प्रभुत्व: भूटान में बौद्ध धर्म राज्य धर्म है। बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों और देश की संस्कृति को बनाए रखने के लिए सरकार कई तरह के कदम उठाती है।
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धार्मिक सहिष्णुता: भूटान में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। यहां धार्मिक स्वतंत्रता है और लोग अपने-अपने धर्म के अनुसार पूजा-पाठ कर सकते हैं।
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संरचनात्मक बाधाएं: भूटान एक छोटा देश है और यहां की आबादी भी कम है। मुस्लिम समुदाय यहां बहुत छोटा है और मस्जिद बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में लोग नहीं हैं।
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सांस्कृतिक पहचान: भूटान अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए बहुत गंभीर है। मस्जिद का निर्माण इस सांस्कृतिक पहचान को प्रभावित कर सकता है।
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भूटान में मुस्लिम समुदाय
भूटान में मुस्लिम समुदाय बहुत छोटा है और वे मुख्य रूप से देश के पूर्वी भाग में रहते हैं। वे अपने घरों में ही नमाज अदा करते हैं। भूटान सरकार मुस्लिम समुदाय को उनके धार्मिक कार्यों को करने की पूरी आजादी देती है।
भूटान एक ऐसा देश है जहां धार्मिक सहिष्णुता का बहुत अच्छा उदाहरण देखने को मिलता है। यहां मुस्लिम समुदाय शांति से रहता है और उन्हें सरकार का पूरा सहयोग मिलता है। भूटान की यह अनोखी स्थिति हमें सिखाती है कि धर्म और संस्कृति एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और किसी भी देश की संस्कृति को बनाए रखने के लिए धार्मिक सहिष्णुता बहुत जरूरी है।