सर्बिया में रहने वाला पैंटा पेट्रोविक नाम का एक शख्स अपने रिश्तेदारों से तंग आकर 20 सालों से गुफा में रह रहा था। जब वो वापस दुनिया में आया तो लोगों को मास्क पहने हुए देखकर हैरान रह गया। बीस साल बाद की दुनिया उसके लिए पूरी तरह बदल चुकी थी।
दरअसल, सर्बिया में रहने वाले पैंटा पेट्रोविक को लोगों से बहुत चिढ़ थी। उसके न कोई यार- दोस्त थे और न ही कोई रिश्तेदार। उसे किसी से मिलने-जुलने में भी कोई दिलचस्पी नहीं थी। दुनिया से इस अलगाव के चलते वो करीब 20 साल पहले अपना घर और दुनियादारी छोड़कर गुफा में संन्यासी की तरह रहने के लिए चला गया।
बीस सालों तक गुमनामी की जिंदगी जीने वाले इस शख्स ने गुफा में कैसे जीवन यापन किया इस बात का तो अभी खुलासा नहीं हो सका है, लेकिन जब वो बीस सालों के बाद वापस सामाजिक दुनिया में लौटा तो यहां का माहौल देखकर पूरी तरह से हैरान और दंग था।
जब वो गुफा से बाहर आया तो दुनिया उसके लिए पूरी तरह से बदल चुकी थी। उसने देखा कि लोग न तो हाथ मिला रहे हैं और न ही गले मिल रहे हैं। इतना ही नहीं उसने देखा कि हाथ में सैनेटाइजर की बोतल लेकर बार-बार अपने हाथ पर छिडक रहे हैं और सभी ने अपने मुंह पर मास्क लगा रखे हैं। यह सब देखकर वो हैरान था।
बाद में लोगों ने उसे बताया कि करीब दो साल से दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है। इसमें लाखों लोगों की जान चली गई है तो वहीं लाखों करोडों लोगों को इस वायरस का संक्रमण हो चुका है।
जब उसे पता चला कि वायरस से बचने के लिए वैक्सीन लगवाना होती है तो उसने सबसे पहले जाकर वैक्सीन का पहला डोज लिया।
सोशल मीडिया में इस शख्स को 'सोशल डिस्टेंसिंग किंग' कहा जा रहा है। जब वो गुफा की जिंदगी जी रहा था, तब दुनिया के हालात काफी बेहतर थे। लेकिन उसने देखा कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैला है तो उसने खुद भी वैक्सीन लगवाई और लोगों को भी वैक्सीन लगाने की सलाह दी।