Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चीन में है ये लिलिपुट जहां होते हैं बौने पैदा, आधी से ज़्यादा आबादी की हाइट है 3 फीट से भी कम

वैज्ञानिकों के लिए आज भी अनसुलझी है गांववालों के कद न बढ़ने की पहेली

हमें फॉलो करें चीन में है ये लिलिपुट जहां होते हैं बौने पैदा, आधी से ज़्यादा आबादी की हाइट है 3 फीट से भी कम

WD Feature Desk

, शुक्रवार, 15 नवंबर 2024 (11:44 IST)
Yangsi village where dwarfs born

Yangsi Village, China : ये दुनिया कई अजब-गजब तथ्यों से भरी पड़ी है। इसी सिलसिले में आज हम आपको चीन के एक ऐसे विचित्र गांव के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जहां के लोगों का बौना कद दुनिया के लिए आश्चर्य बना है। ये है चीन का रहस्यमयी यांग्सी गांव। इस रहस्यमयी गांव में बौनेपन के पीछे का कारण पता लगाना वैज्ञानिकों के लिए भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। चीन के इस गांव में एक बड़ी आबादी की हाइट 3 फीट से कम है। आज इस आलेख में आपको इससे जुड़े दिलचस्प तथ्यों के बारे में बताते हैं।

चीन के शिचुआन प्रांत के एक सुदूर इलाके में यांग्सी नाम का एक गांव है, जो अपनी अनोखी खासियत के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। इस गांव की लगभग आधी आबादी बौने लोगों की है। जी हां, आपने सही सुना! यहां के 80 में से लगभग 36 लोग महज 2 फीट 1 इंच से 3 फीट 10 इंच के ही होते हैं। इसीलिए इसे 'बौनों का गांव' कहा जाता है।

पहले यहां के लोग बिल्कुल सामान्य थे, लेकिन कई दशक पहले इस इलाके में एक रहस्यमयी बीमारी फैली थी, जिसके बाद से यहां पैदा होने वाले बच्चों की लंबाई बढ़ना बंद हो जाती है। वैज्ञानिक पिछले 67 सालों से इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्यों इस गांव में इतने सारे लोग बौने हैं?

वैज्ञानिकों के लिए अनसुलझा सवाल
बात1911 की है जब पहली बार यांग्सी गांव में बौने लोगों का दिखना शुरू हुआ था। लेकिन सन 1951 में जब प्रशासन को लोगों के अंगों के छोटे होने की शिकायतें मिलीं तब इस समस्या पर आधिकारिक तौर पर ध्यान दिया गया । साल 1985 की जनगणना में यांग्सी गांव में लगभग 119 ऐसे मामले सामने आए थे।

इसके बाद इस रहस्यमयी बीमारी का कारण जानने के लिए वैज्ञानिकों ने कई दशकों तक शोध किया और यांग्सी गांव के पानी, मिट्टी से लेकर यहां के  खाद्य पदार्थों की भी जांच की, लेकिन गांव वालों के बौने कद का का कोई ठोस कारण नहीं मिला। आज रहस्य आज तक अनसुलझा बना हुआ है।

क्या हो सकता है इस रहस्य के पीछे का कारण
वैज्ञानिकों द्वारा किए कई अध्ययनों में ये पाया गया है कि गांव की मिट्टी में पारा की मात्रा काफी अधिक है। यह संभव है कि मिट्टी में मौजूद जहरीले तत्वों के कारण यहां के लोगों की लंबाई नहीं बढ़ पा रही हो। कुछ लोगों का मानना है कि हो सकता है जापान द्वारा द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान छोड़े गए जहरीले गैस का प्रभाव भी इस गांव पर पड़ा हो।
ALSO READ: मर्दानगी साबित करने के लिए यहां लड़के हंसते-नाचते झेलते हैं जहरीली चींटियों का डंक, वर्ना नहीं हो पाती है शादी
 
यांग्सी गांव में नहीं जा सकते टूरिस्ट्स
स्थानीय लोग इस गांव को एक बुरी शक्ति का प्रकोप मानते हैं इसलिए इस गांव को बाहरी दुनिया से पूरी तरह अलग रखा गया है। किसी भी विदेशी या बहार के व्यक्ति को यहां आने की अनुमति नहीं है।
हालांकि, आज तक इस रहस्य का कोई सटीक जवाब नहीं मिल पाया है। यांग्सी गांव एक रहस्य बना हुआ है जो दुनिया भर के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को आकर्षित करता रहता है।


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड पर बड़ा खुलासा, कपड़े बदलकर फिर घटनास्थल पर पहुंचा था शूटर शिवकुमार