BLA ने हाल ही में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था और चुन-चुनकर पाक सेना के जवानों को मारा था। बीते रविवार को BLA ने दावा किया कि उसने पाक सेना के काफिले पर हमला किया, जिसमें 90 जवान मारे गए। इस बीच खबर है कि पाकिस्तान के सैनिक आर्मी छोडकर भाग रहे हैं। अब तक 2500 सैनिकों के भाग जाने की खबर आ रही है। दरअसल, बीएलए के इन हमलों में बड़ी संख्या में पाक सैनिक जवान मारे गए। इसीलिए वहां के सैनिक अपनी जान को खतरे में नहीं डालना चाहते और वो सेना को छोड़कर दूसरे देशों में काम करने जा रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान सेना या वहां की मीडिया ने इसको लेकर कोई रिपोर्ट जारी नहीं की है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में हाल ही में सेना और सुरक्षाबलों हमले बढ़ गए हैं। इन हमलों में बड़ी संख्या में सेना के जवानों की मौत भी हुई। इस बीच सामने आया है कि पाकिस्तान सेना के जवान बड़ी संख्या में नौकरी छोड़कर देश से भाग रहे हैं। काबुल फ्रंटलाइन ने रविवार को दावा कि एक हफ्ते में पाकिस्तान के करीब 2500 जवानों ने सेना की नौकरी छोड़ दी।
काबुल फ्रंटलाइन के हवाले से रिपोर्ट है कि पाकिस्तानी सेना पर लगातार हमले, बिगड़ते आर्थिक हालात की वजह से सेना के जवान नौकरी छोड़ रहे हैं। जिन फौजियों ने नौकरी छोड़ी, वो देश के बाहर मिडिल ईस्ट के देशों सऊदी अरब, कतर, कुवैत और यूएई में काम करने चले गए हैं। अपनी जान को दांव पर लगाने से बेहतर वो विदेश जाकर काम करना पसंद कर रहे हैं।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की सेना के भीतर हालात काफी ज्यादा खराब हैं। ऐसे में सैनिक लगातार हमलों और असुरक्षा के बीच लड़ने को तैयार नहीं हो रहे हैं। पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ने से उनका मनोबल टूट रहा है। बड़ी संख्या में सैनिकों का पलायन सेना की ताकत पर सवाल उठा रहा है। पाक सेना से जवानों का पलायन ऐसे समय में हो रहा है, जब एक ओर देश के अंदर सेना का विरोध का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा के मुद्दे पर पाकिस्तान गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। अगर इसी तरह पाकिस्तानी फौजी सेना को छोड़ते रहे तो भविष्य में पाक सेना के वर्कफोर्स पर बड़ा असर पड़ सकता है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाल ही में जाफर एक्सप्रेस को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाईजैक कर लिया था। बीएलए के लड़ाकों ने ट्रेन में मौजूद सेना के जवानों को चुन-चुनकर मारा। बीएलए ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि 48 घंटे के अंदर बलूच नेताओं को रिहा किया जाए और बलूचिस्तान से सरकार के नुमाइंदों को हटाया जाए। हालांकि पाकिस्तान सेना ने बीएलए के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर सभी बंधकों को छुड़ा लिया। पाक सेना ने दावा किया इस घटना को अंजाम देने वाले सभी 33 लड़ाके मारे गए। इस घटना के बाद बीएलए ने दावा किया कि नौशिकी में सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें 90 पाक सैनिक मारे गए।
Edited By: Navin Rangiyal