न्यूयॉर्क। वैज्ञानिकों ने खुद से जुड़ने वाले एक नए बैटरी उपकरण का विकास किया है, जो कुछ ही सेकंड में चार्ज हो सकता है और भविष्य के मोबाइल उपकरणों को ऊर्जा दे सकता है।
अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने तेजी से चार्ज होने की क्षमता रखने वाले ऊर्जा भंडारण उपकरणों की मांग पर ध्यान देने के लिए नई ऊर्जा संरचना का निर्माण किया है। गैर सुचालक सेपरेटर के दोनों ही तरफ बैटरी के एनोड एवं कैथोड की बजाए वैज्ञानिकों ने खुद से जुड़ने वाले, थ्रीडी गिरोइडल संरचना में अवयवों को आपस में बांधा और बेहद सूक्ष्म स्तर के छिद्रों में ऊर्जा भंडारण एवं आपूर्ति के लिए जरूरी तत्व भरे।
विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उर्लिक विजनर ने बताया कि इन आपस में जुड़े डोमेन के आयामों को बेहद सूक्ष्म स्तर तक घटाने से पारंपरिक बैटरी संरचनाओं की तुलना में बेहद कम समय में ऊर्जा हासिल की जा सकती है। (भाषा)