Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

ADB ने की बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा दायरे में लाने की वकालत, भारत में 40 प्रतिशत आबादी स्वास्थ्य सेवा से वंचित

आयुष्मान भारत योजना से बुजुर्गों का स्वास्थ्य कवरेज बेहतर हुआ

हमें फॉलो करें ADB ने की बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा दायरे में लाने की वकालत, भारत में 40 प्रतिशत आबादी स्वास्थ्य सेवा से वंचित

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 2 मई 2024 (18:43 IST)
elderly under health insurance coverage : बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य बीमा (health insurance) के मामले में भारत एशिया-प्रशांत देशों में सबसे निचली कतार में है और उसे तेजी से बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने और वृद्धि की रफ्तार को कायम रखने के लिए सबको स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने की जरूरत है। त्बिलिसी में जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। एडीबी (ADB) ने की बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा दायरे में लाने की वकालत की है।

 
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने गुरुवार को 'एजिंग वेल इन एशिया' शीर्षक से जारी एक रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण कोरिया और थाईलैंड ने सार्वभौमिक (यूनिवर्सल) स्वास्थ्य कवरेज हासिल कर लिया है जबकि भारत समेत कई देश पीछे हैं। इन देशों में वृद्ध लोगों के बीच स्वास्थ्य बीमा की पहुंच सबसे कम 21 प्रतिशत है।
 
आयुष्मान भारत योजना से बुजुर्गों का स्वास्थ्य कवरेज बेहतर हुआ : हालांकि एडीबी की वरिष्ठ अर्थशास्त्री एइको किकावा ने कहा कि गरीब लोगों को नकदीरहित (कैशलेस) स्वास्थ्य बीमा देने वाली आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं आने के बाद से बुजुर्गों का स्वास्थ्य कवरेज बेहतर हुआ है।

 
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा का दायरा बढ़ाने से स्थिति में सुधार होगा और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग अर्थव्यवस्था के लिए अधिक उत्पादक बन पाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे देशों को अधिक उम्र वाले लोगों की मौजूदगी से मिलने वाला 'लाभांश' अधिक हो सकता है।
 
भारत, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में 40 प्रतिशत आबादी स्वास्थ्य सेवा से वंचित : किकावा ने कहा कि सबको स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने के अलावा बुजुर्गों की शारीरिक और कार्यात्मक क्षमता को अनुकूलित करने वाली आवश्यक सेवाओं और गतिविधियों का विस्तार करना भी महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश, इंडोनेशिया और भारत में स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच से वंचित आधे से अधिक लोग निचली 40 प्रतिशत आबादी का हिस्सा हैं।

 
हालांकि, रिपोर्ट कहती है कि 2031-40 के दशक में उम्रदराज आबादी के कारण आर्थिक वृद्धि पर प्रभाव भारत के मामले में कम पड़ेगा, क्योंकि यहां उस समय भी युवा आबादी का अनुपात अधिक होगा।
 
रिपोर्ट के मुताबिक विकासशील एशिया और प्रशांत देशों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या वर्ष 2050 तक लगभग दोगुनी होकर 1.2 अरब हो जाएगी, जो कुल आबादी का लगभग एक चौथाई होगा। ऐसी स्थिति में पेंशन और कल्याण कार्यक्रमों के अलावा स्वास्थ्य बीमा की जरूरत भी बढ़ जाएगी। एडीबी के मुख्य अर्थशास्त्री अल्बर्ट पार्क ने कहा कि इन अर्थव्यवस्थाओं के पास बुजुर्गों से अतिरिक्त उत्पादकता के रूप में 'लाभांश' हासिल करने का मौका होगा, जो क्षेत्र में सकल घरेलू उत्पाद को औसतन 0.9 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

UAE में 2 सप्ताह बाद फिर खराब हुआ मौसम, कई उड़ानें रद्द