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Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन को लेकर रूस के कदम को अमेरिका ने बताया आक्रमण, दूसरे देशों ने भी दी प्रतिक्रिया

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, मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022 (23:19 IST)
वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस ने पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तैनाती का जिक्र करते हुए रूस के इस कदम को अब 'आक्रमण' करार दिया है। अमेरिका यूक्रेन संकट के प्रारंभ में इस शब्द का इस्तेमाल करने से हिचकिचाता रहा है, वहीं राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस कदम के परिणामस्वरूप अमेरिका रूस पर कड़ी पाबंदियां लगाएगा।
 
इससे पहले दिन में कई पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के विद्रोहियों के नियंत्रण वाले इलाकों की स्वतंत्रता को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा मान्यता दिए जाने के बाद रूसी सैनिक इन इलाकों में प्रवेश कर गए हैं, लेकिन कुछ नेताओं ने संकेत दिया कि यह यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण के समान नहीं है। हालांकि व्हाइट हाउस ने अपने रुख में बदलाव के संकेत दिए हैं।

 
प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा कि हमारा मानना है कि यह आक्रमण की शुरुआत है। यूक्रेन पर रूस से नए आक्रमण की शुरुआत। अमेरिका के एक अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा कि व्हाइट हाउस ने जमीनी स्थिति को देखते हुए रूस की कार्रवाई को 'आक्रमण' कहना शुरू किया है।
 
पश्चिमी देशों ने भी लगाया आरोप : पश्चिमी देशों के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों को मान्यता देने के बाद रूसी सैनिक उनके (विद्रोहियों के) कब्जे वाले इलाकों में प्रवेश कर गए। हालांकि कुछ देशों ने यह संकेत दिया है कि क्षेत्र में भ्रम की स्थिति होने को लेकर यह किसी तरह का पूर्ण आक्रमण नहीं है जिस बारे में लंबे समय से अंदेशा जताया जा रहा।
 
हफ्तों से पश्चिमी देश यूक्रेन पर रूसी आक्रमण होने का अंदेशा जता रहे हैं। रूस ने यू्क्रेन की सीमा के तीन ओर करीब डेढ़ लाख सैनिक जमा कर रखे हैं। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा है कि रूस ने पूर्व यूक्रेन में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है।

 
रूस के इस कदम ने क्षेत्रों पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन के अपनी पकड़ को औपचारिक रूप देने तथा सैनिक भेजने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। हालांकि रूस के इस कदम पर विश्वभर से त्वरित प्रतिक्रिया आई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि वह रूस के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने पर विचार करेंगे और कीव ने मास्को में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुला लिया।
 
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने मंगलवर को पेरिस में कहा कि रूसी सैनिक डोनबास में घुसे हैं। इस इलाके में अलगाववादियों के दो इलाके हैं। बोरेल ने कहा कि हम डोनबास को यूक्रेन का हिस्सा मानते हैं। उन्होंने कहा कि मैं नहीं कहता कि यह एक पूर्ण आक्रमण है लेकिन रूसी सैनिक यूक्रेन की जमीन पर हैं।

 
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि रूसी सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में प्रवेश कर गए हैं। उन्होंने स्काई न्यूज से कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि आज यह पाया गया कि रूसियों और राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर आक्रमण करने का फैसला किया। हालांकि रूसी अधिकारियों ने विद्रोहियों के इलाकों में सैनिकों की किसी तैनाती के दावे को स्वीकार नहीं किया है। सोमवार देर शाम बख्तरबंद वाहन अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाकों में देखे गए थे। हालांकि यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि वे रूसी ही थे।
 
जर्मनी ने नॉर्ड स्ट्रीम रोकने के लिए उठाए कदम : जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने मंगलवार को कहा कि उनके देश ने नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन के प्रमाणन की प्रक्रिया को रोकने के लिए कदम उठाए हैं, क्योंकि पश्चिमी देश यूक्रेन संकट के मद्देनजर रूस के खिलाफ दंडात्मक उपाय कर रहे हैं।
 
शोल्ज ने बर्लिन में कहा कि उनकी सरकार यूक्रेन में रूस की कार्रवाई के जवाब में यह कदम उठा रही है। रूस से पाइपलाइन के जरिए जर्मनी तक प्राकृतिक गैस लाने की अमेरिका और कुछ यूरोपीय देश लंबे समय से आलोचना करते रहे हैं। इन देशों का कहना है कि यह रूसी ऊर्जा आपूर्ति पर यूरोप की निर्भरता को बढ़ाता है। शोल्ज ने कहा कि सरकार ने पाइपलाइन के प्रमाणीकरण के पुनर्मूल्यांकनका निर्णय लिया है जिसका संचालन नवीनतम घटनाक्रमों के आलोक में अभी तक शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर मैं कहूं तो इसमें निश्चित रूप से समय लगेगा।

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