वॉशिंगटन। वैज्ञानिकों ने नींद में रहने के दौरान लोगों में दिल का दौरा पड़ने की आशंका पर नजर रखने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता से संबंधित एक नई प्रणाली विकसित की है जो उन्हें बिना छुए ऐसा करने में कारगर होगी।
अमेरिका के वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि जिन लोगों में दिल का दौरा पड़ता है, वे अचानक से बेसुध हो जाते हैं और या तो उनकी सांस रुक जाती है या वे हांफने लगते हैं।
गूगल होम और अमेजन एलेक्सा जैसे स्मार्ट स्पीकर या स्मार्टफोन के लिए एक नए कौशल को विकसित करने से उपकरण को हांफने की आवाज का पता लग सकेगा और वे मदद के लिए किसी को बुला पाएंगे।
तत्काल कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) से किसी के जीवित बचने की संभावना दोगुनी से तिगुनी तक बढ़ जाती है, लेकिन इसके लिए किसी का आसपास मौजूद रहना जरूरी है।
वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर श्याम गोलाकोटा ने कहा कि कई लोगों के घर में स्मार्ट स्पीकर होते हैं और इन उपकरणों में ऐसी शानदार क्षमताएं हैं जिनका लाभ लिया जा सकता है।
गोलाकोटा ने कहा कि हमने एक संपर्करहित प्रणाली की कल्पना की है, जो सांस लेने में तकलीफ होने की किसी घटना पर लगातार नजर रख सकती है और आसपास मौजूद व्यक्ति को चौकन्ना कर सीपीआर देने के लिए बुला सकती है। और अगर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है तो उपकरण अपने आप आपात नंबर पर फोन कर लेगा। (भाषा)