मॉस्को। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने शुक्रवार को अफगानिस्तान में संकट, यूक्रेन में अलगाववादी संघर्ष और जेल में बंद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के साथ मॉस्को के बर्ताव सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रूस की यात्रा पर आई हैं। मर्केल की मॉस्को यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब वे जर्मनी में अपने लगभग 16 साल लंबे नेतृत्व के अंत के करीब पहुंच रही हैं। तीखे मतभेदों के बावजूद उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखा है, जो 2 दशकों से अधिक समय से सत्ता में हैं।
क्रेमलिन में मर्केल ने कहा कि हालांकि आज निश्चित रूप से हमारे बीच गहरे मतभेद हैं, हम एक-दूसरे से बात करते हैं और ऐसा होता रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लीबिया, अफगानिस्तान, द्विपक्षीय और व्यापार संबंध और नागरिक समाज के मुद्दे शुक्रवार की वार्ता में शामिल होंगे। पुतिन ने जर्मनी के साथ संबंधों के महत्व को रेखांकित किया और उन्हें विकसित करने में मर्केल की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि जर्मनी यूरोप और पूरी दुनिया में हमारे प्रमुख भागीदारों में से एक है, पिछले 16 वर्षों में आपके प्रयासों के लिए धन्यवाद। वार्ता से पहले मर्केल ने द्वितीय विश्वयुद्ध के सोवियत पीड़ितों को सम्मानित करने के लिए क्रेमलिन की दीवार के पास अज्ञात सैनिक के मकबरे पर फूल चढ़ाए।
मर्केल के प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि रूस और भी बहुत कुछ कर सकता है ताकि समझौते में मदद मिल सके। मर्केल की योजना शुक्रवार की रात को बर्लिन वापस जाने की है और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमिर जेलेंस्की से मिलने के लिए रविवार को कीव जाने की योजना है।(भाषा)