न्यूयॉर्क। आईफोन निर्माता कंपनी एपल ने फेसबुक के रिसर्च ऐप को बंद कर दिया है। यह ऐप उपयोगकर्ता के फोन को ट्रैक करता है कि लोग अपने फोन में क्या इस्तेमाल कर रहे हैं और इंटरनेट पर क्या सर्च कर रहे हैं? एपल ने निजता को लेकर उसकी सख्त नीतियों को दरकिनार करने के फेसबुक के प्रयासों को बंद कर दिया है।
तकनीकी से जुड़ी जानकारियां देने वाले एक ब्लॉग टेक क्रंच ने मंगलवार को कहा था कि फेसबुक लोगों को अपना रिसर्च ऐप डाउनलोड करने और इस्तेमाल करने के लिए करीब 20 डॉलर प्रति महीने का भुगतान करता है,0 हालांकि फेसबुक ने कहा कि वह ग्राहकों की अनुमति लेकर ऐसा करता है।
मोबाइल ऐप सुरक्षा शोधकर्ता विल स्ट्रेफैच ने बुधवार को कहा कि मुझे नहीं लगता है कि फेसबुक उपयोगकर्ताओं को यह स्पष्ट करता होगा कि वे मंजूरी के बाद कंपनी को किस स्तर की पहुंच प्रदान कर रहे हैं। उपयोगकर्ताओं को यह समझाने का कोई आसान तरीका भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि फेसबुक का यह दावा करना कि उपयोगकर्ताओं को पता है कि किस स्तर का डेटा एकत्र किया जाता है, यह भ्रम पैदा करने की कोशिश है। फेसबुक ने कहा कि इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं में 5 प्रतिशत से भी कम किशोर हैं और उनके पास उनके अभिभावकों की मंजूरी है।
फिलहाल यह ऐप सिर्फ एंड्रॉयड फोन के लिए उपलब्ध होगा, हालांकि यह गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। गूगल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। टेकक्रंच ने एक अलग रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि गूगल भी इसी तरह का एक मार्केट रिसर्च ऐप 'स्क्रीनवाइज मीटर' का एपल मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर उपयोग कर रहा था। इसके बारे में पूछे जाने पर गूगल ने समाचार एजेंसी एपी से कहा कि उसने ऐप को एपल के उपकरणों से हटा दिया है और अपनी गलती के लिए माफी मांगी है। (भाषा)