वाशिंगटन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के अनुसार, धरती की ओर 2020 RK2 नाम का एक ऐस्टरॉइड (Asteroid) तेजी से आ रहा है। प्लेन से भी बड़े आकार का ये ऐस्टरॉइड 24046 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से आ रहा है और 7 अक्टूबर को धरती की कक्षा में प्रवेश करेगा।
हालांकि नासा ने स्पष्ट किया है कि इस ऐस्टरॉइड से धरती को कोई नुकसान नहीं होगा। 2,378,482 मील की दूरी से निकल जाएगा। फिर भी वैज्ञानिक इसकी चाल के ऊपर नजर बनाए हुए हैं। वैज्ञानिकों ने इस ऐस्टरॉइड को सितंबर महीने में ही पहली बार देखा था।
NASA के मुताबिक, अनुमान जताया जा रहा है कि इस ऐस्टरॉइड का व्यास 36 से 81 मीटर जबकि चौड़ाई 118 से 265 फीट तक हो सकती है। इसका आकार बोइंग 737 यात्री विमान जितना बड़ा बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि 2020-2025 के बीच 2018 VP1 नाम के ऐस्टरॉइड के पृथ्वी से टकराने की संभावना है लेकिन यह सिर्फ 7 फीट चौड़ा है। इससे बड़ा 177 फीट का ऐस्टरॉइड 2005 ED224 2023-2064 के बीच पृथ्वी से टकराने की संभावना है।
क्या होते हैं ऐस्टरॉइड्स?
करीब 4.5 अरब साल पहले जब हमारा सोलर सिस्टम बना था, तब गैस और धूल के ऐसे बादल जो किसी ग्रह का आकार नहीं ले पाए और पीछे छूट गए, वही इन चट्टानों यानी ऐस्टरॉइड्स में तब्दील हो गए।
दरअसल ऐस्टरॉइड्स वे चट्टानें होती हैं जो किसी ग्रह की तरह ही सूरज के चक्कर काटती हैं लेकिन इनका आकार में ग्रहों की तुलना में काफी छोटी होता है।
हमारे सोलर सिस्टम में ज्यादातर ऐस्टरॉइड्स मंगल ग्रह और बृहस्पति की कक्षा में स्थित ऐस्टरॉइड बेल्ट में पाए जाते हैं। इसके अलावा भी ये दूसरे ग्रहों की कक्षा में घूमते रहते हैं।