नोबेल पुरस्कार विजेता म्यांमार की एक कोर्ट ने लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की को 4 साल की जेल की सजा सुनाई है। उन्हें सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोरोना नियम तोड़ने का दोषी माना गया है।
म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की रात सेना ने तख्तापलट करते हुए सू की हाउस गिरफ्तार कर लिया था। मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग तब से देश के प्रधानमंत्री हैं।
सैन्य सरकार के प्रवक्ता जॉ मिन तुन ने बताया है कि सू की “को धारा 505 (बी) के तहत दो साल की कैद और प्राकृतिक आपदा कानून के तहत दो साल की कैद की सजा सुनाई गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति विन मिंत को भी इसी आरोप में चार साल की जेल हुई है, लेकिन उन्हें अभी जेल नहीं ले जाया जाएगा। प्रवक्ता ने इस मामले में अधिक जानकारी दिए बिना राजधानी नेपिदा में कहा कि जहां वो अभी रह रहे हैं, वहीं से अन्य आरोपों का सामना करेंगे।
76 साल की सू की तभी से हिरासत में हैं। जब सेना ने 1 फरवरी को देश में तख्तापलट कर दिया था। इसके बाद एक साल की इमरजेंसी लगाई गई और लोगों की चुनी हुई सरकार को गिरा दिया गया। सैन्य तख्तापलट के साथ ही देश में लोकतंत्र का अंत हो गया।