अटलांटिक सिटी (न्यू जर्सी)। मिस अमेरिका बनने की इच्छुक महिलाओं को अब स्विम सूट स्पर्धा में भाग नहीं लेना होगा। मंगलवार को यहां प्रतियोगिता संबंधी बदलावों की घोषणा करते हुए मिस अमेरिका बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की चेयरवूमन सुश्री ग्रेश्चेन कार्लसन ने कहा कि प्रतियोगिता में अब रूप-रंग नहीं बल्कि व्यक्तित्व पर नजर रखी जाएगी।
प्रतियोगिता कराने वाली 'द मिस अमेरिका आर्गेनाइजेशन' ने स्पर्धा के इस वर्ग को हटा दिया है। इस साल नौ सितंबर से शुरू होने वाली प्रतियोगिता में यह बदलाव लागू हो जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए सुश्री कार्लसन ने कहा कि अब प्रतिभागियों को उनके रूप-रंग से नहीं बल्कि बुद्धिमानी और व्यक्तित्व पर परखा जाएगा।
पूर्व मिस अमेरिका और संस्था के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की प्रमुख ग्रेश्चेन कार्लसन ने कहा कि संस्था इवनिंग वियर (शाम के समय पहनने वाले गाउन, परिधान) की प्रतियोगिता में भी बदलाव करेगी। उनका कहना था कि हमारी कोशिश है कि प्रतिभागियों को उनके परिधान के आधार पर ना आंका जाए।'
इस आशय की घोषणा उन्होंने टी वी कार्यक्रम 'गुड मॉर्निंग अमेरिका' में किए। उल्लेखनीय है कि करीब 100 साल पहले शुरू हुई प्रतियोगिता में यह बदलाव पिछले साल हुए ईमेल स्कैंडल के बाद किया गया है। दरअसल, संस्था के कुछ अधिकारियों ने ईमेल में पहले चुनी जा चुकीं तमाम मिस अमेरिका के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। स्कैंडल के खुलासे के बाद संस्था के तीन उच्च पदों में बदलाव किया गया।
फिलहाल तीनों पद महिलाएं ही संभाल रही हैं। इस बाबत मिस अमेरिका बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चेयरवूमेन सुश्री कार्लसन का कहना था कि यह एक प्रतियोगिता है और यहां पर अब लड़कियों के सुंदर शरीर और उसकी बनावट को ही आधार बनाकर फैसले नहीं लिए जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ कुछ पूर्व सुंदरियों ने इस फैसले पर निराशा भी व्यक्त की है।
मिस इलिनॉएस मेगान नोबेल इस तरह की प्रतियोगिता के न होने से दुखी हैं। उनके मुताबिक इस प्रतियोगिता का सबसे अच्छा रूप यही था जिसको अब खत्म किया जा रहा है। उनकी निगाह में यह इसका अहम हिस्सा है और उनके लिए यह इसलिए भी सबसे खास है क्योंकि उन्होंने एक्सरसाइज साइंस में डिग्री हासिल की है। विदित हो कि प्रतियोगिता आयोजित करने वाले बोर्ड के प्रमुख तीन स्थानों पर महिलाएं पदस्थ हैं। सुश्री कार्लसन के अलावा, पिछले माह ही रेजिना हॉपर को आयोजक संस्था का प्रेजिडेंट और सीईओ तथा मार्जरी विंसेंट-ट्रिप को बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज का चेयरवूमन बनाया गया था।