नागपुर। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार को यहां पहुंचे। मुखर्जी गुरुवार को रेशिमबाग स्थित आरएसएस मुख्यालय में आरएसएस के तृतीय वर्ष के प्रशिक्षण शिविर (संघ शिक्षा वर्ग) के समापन समारोह को संबोधित करेंगे।
आरएसएस ने अपने इस वार्षिक कार्यक्रम में प्रख्यात व्यक्तियों को आमंत्रित करने की परंपरा के तहत मुखर्जी को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। पूर्व राष्ट्रपति एक कार्यक्रम में भावी आरएसएस प्रचारकों को राष्ट्रवाद पर व्याख्यान देंगे।
आरएसएस के प्रशिक्षण शिविर में देशभर के लगभग 700 स्वयंसेवक भाग लेंगे। आरएसएस के निमंत्रण को स्वीकार किए जाने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने मुखर्जी के इस कदम का विरोध किया, लेकिन आरएसएस और भाजपा ने इसके लिए उनकी सराहना की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुखर्जी को चिट्ठी लिखकर आरएसएस के कार्यक्रम में नहीं जाने की सलाह दी थी। जयराम रमेश और सीके जाफर शरीफ जैसे कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मुखर्जी जैसे विद्वान और धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति को आरएसएस के साथ कोई नजदीकी नहीं दिखानी चाहिए। उनके आरएसएस के कार्यक्रम में जाने से देश के धर्मनिरपेक्ष माहौल पर बुरा असर पड़ेगा। (वार्ता)