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'बहुत सेक्सी' है यह अभिनेत्री, सरकार ने लगाया प्रतिबंध

हमें फॉलो करें 'बहुत सेक्सी' है यह अभिनेत्री, सरकार ने लगाया प्रतिबंध
नामपेन्ह , सोमवार, 1 मई 2017 (10:54 IST)
कम्बोडिया की एक अभिनेत्री पर फिल्मों में काम करने से इसलिए प्रतिबंध लगा दिया गया क्योंकि वह 'बहुत सेक्सी' हैं। कम्बोडिया की 24 साल की डेनी क्वॉन के साथ यह अजीब मामला हुआ है। उल्लेखनीय है कि डेनी एक अभिनेत्री हैं और कई फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।
 
उनके देश की कल्चर व फाइन आर्ट्स मिनिस्ट्री (संस्कृति, ललित कला मंत्रालय) के साथ उनकी एक बैठक बुलाई थी। बैठक में कहा गया कि डेनी ने मंत्रालय की आचार संहिता का उल्लंघन किया है। डेनी के फेसबुक पर करीब तीन लाख फॉलोअर्स हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मों में उनके द्वारा निभाए गए इरॉटिक रोल्स (कामुक भूमिकाएं) अन्य अभिनेत्रियों से अलग नहीं हैं। 
 
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'कम्बोडिया में कई सेक्सी आर्टिस्ट हैं। कई तो मुझसे ज्यादा किसिंग और इरॉटिक सीन करती हैं।' उन्होंने कहा, 'मैं अपना अधिकार जानती हूं कि मुझे कपड़े कैसे पहनने चाहिए। लेकिन हमारा कल्चर, कम्बोडिया के लोग इसे स्वीकार नहीं कर सकते।'
 
उन्होंने बताया कि पहले जब मंत्रालय ने उन्हें बुलाया तो वहां उन्हें 'बेटी की तरह शिक्षित किया' गया, लेकिन डेनी ने कह दिया कि वह जैसे चाहे वैसे कपड़े पहनने का अधिकार रखती हैं। मंत्रालय की आचार संहिता का उद्देश्य 'देश के संरक्षण, कला निर्वाह, संस्कृति, परंपरा और अस्मिता का प्रचार करना' और 'परंपरा व कला पर पड़ने वाले किसी भी नकारात्मक प्रभाव को रोकना' है।
 
इस आचार संहिता का हवाला देते हुए डेनी पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। अब वह 12 महीनों तक फिल्म के लिए कैमरा के आगे नहीं आ पाएंगी। कम्बोडिया के जेंडर ऐंड डिवेलपमेंट ग्रुप ने मंत्रालय के इस फैसले की आलोचना की है। उसका कहना है कि मंत्रालय का यह फैसला नैतिक और कानूनी दोनों ही आधार पर गलत है। 
 
ग्रुप की एग्जिक्यूटिव  डायरेक्टर रोज सोफीप ने कहा कि मुझे लगता है कि मंत्रालय को उनके (डेनी) साथ ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उनका अधिकार है और ऐसा कोई कानून या नीति नहीं है जो लोगों के पहनावे को किसी तरह से प्रतिबंधित करते हों। महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले एक और समूह की थीडा कुस ने मंत्रालय के फैसले को 'भयावह' बताया। 
 
उन्होंने कहा कि ऐसा केवल महिलाओं के साथ होता है और यह लिंग के आधार पर भेदभाव करना है। उधर मंत्रालय का कहना है कि उसने सही तरीके से व्यवहार किया है। डिसिप्लिनरी काउंसिल के चीफ चैमरोउन वैंता ने कहा कि डेनी को इसलिए सजा दी गई क्योंकि उन्होंने मई में मंत्रालय को दिए लिखित वादे का उल्लंघन किया था जिसमें उन्होंने सेक्सी तरीके से कपड़े नहीं पहनने का वादा किया था। 
 
वहीं महिला मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने दलील दी कि पब्लिक फिगर होने की वजह से मिस क्वॉन जो चाहे वह पहनने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें हमारी संस्कृति को लेकर सावधान रहना चाहिए। (एजेंसी)

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