वाशिंगटन। वैज्ञानिक एक दवा का परीक्षण कर रहे हैं, जो स्तन और फेंफड़े के कैंसर पैदा करने वाले जीन के विकास एवं कैंसर को फैलने से रोक सकता है। इस जीन का ताल्लुक मोटापे से है। इससे कैंसर कारक जीवन सी- मीक की कार्यप्रणाली का भी पता चलता है।
अमेरिका के मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने दिखाया है कि किस प्रकार आई- बीईटी-762 नाम की दवा स्तन और फेंफड़े के कैंसर को फैलने से रोकने में उल्लेखनीय भूमिका निभाती है। इससे कैंसर कारक जीवन सी- मीक की कार्यप्रणाली का भी पता चलता है।
मिशिगन में सहायक प्रोफेसर कारेन लिबी ने बताया, आई-बीईटी-762 डीएनए को निशाना बनाकर काम करता है ताकि ये जीन आगे नहीं बढ़ पाए। इस अध्ययन का प्रकाशन‘ कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च’ जर्नल में किया गया है। (भाषा)