सियोल। वैज्ञानिकों ने एक नई प्रणाली विकसित की है, जो कार्बन डाईऑक्साइड से बिजली और हाइड्रोजन ईंधन उत्पन्न कर सकता है। कार्बन डाई ऑक्साइड का वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी में मुख्य योगदान है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि हाइब्रिड एनए-कार्बन डाईऑक्साइड लगातार विद्युत ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है। दक्षिण कोरिया में उलसान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूएनआईएसटी) के गुंटे किम ने बताया कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने में कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन एंड सिक्वेसट्रेशन (सीसीयूएस) प्रौद्योगिकी का महती योगदान रहा है।
किम ने कहा कि उस प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण बात यह है कि रासायनिक रूप से स्थिर कार्बन डाईऑक्साइड के अणुओं को अन्य पदार्थों में आसानी से परिवर्तित किया जा सकेगा। हमारी नई प्रणाली ने कार्बन डाईऑक्साइड की विघटन प्रणाली के साथ इस समस्या का समाधान कर दिया है। (भाषा)