यंगून। म्यांमार के उत्तरी हिस्से की चीन के साथ लगने वाली सीमा पर रातभर भीषण संघर्ष होने की वजह से हजारों की संख्या में वहां से लोग पलायन कर गए। कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी। इस बीच सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी को संबंधित क्षेत्र में जाने से रोक दिया।
सेना और जातीय अल्पसंख्यक बंदूकधारी गुट के बीच सीमा क्षेत्र में चल रहा संघर्ष हाल के महीनों में गहन हो गया है जिससे देश में शांति बहाल करने के आंग सान सू की के संकल्प को झटका पहुंचा है। उनकी पार्टी मार्च से यहां सत्ता में है।
म्यांमार की सेना और जातीय अल्पसंख्यक सशस्त्र समूह काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी (केआईए) के बीच नवंबर के बाद से झड़पों में दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। देश के शान और काचिन राज्यों में अशांति पसरी हुई है। इस अशांति के कारण सरकार, सेना और जातीय समूहों के बीच फरवरी में होने वाली शांति वार्ता का अगला दौर प्रभावित हो सकता है।
काचिन नेटवर्क डेवलपमेंट फाउंडेशन के सचिव दाशी नॉ लॉन ने कहा कि सेना ने बुधवार को सीमांत कस्बे लाइजा शहर में हवाई हमले किए। काचिन कार्यकर्ता खोन जा ने बताया कि रात को हिंसा से बचने के लिए 2 आईडीपी शहरों से 3,600 लोग अन्यत्र चले गए। (भाषा)