एनएसजी में परमाणु अप्रसार संधि का हवाला देकर भारत की सदस्यता का विरोध करने वाले चीन ने खुद ही इस संधि का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान को परमाणु रिएक्टर मुहैया कराए हैं।
टाइम्स आप इंडिया के मुताबिक इस बात का खुलासा आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन (एसीए) द्वारा जारी की गई हालिया रिपोर्ट में हुआ है। एसीए ने पाक-चीन के बीच हुए इस डील को एनपीटी का उल्लंघन करार दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने वर्ष 2013 में चस्मा-3 परमाणु रिऐक्टर के लिए पाकिस्तान के साथ करार किया गया। यह करार 2010 में एनपीटी रिव्यू कॉन्फ्रेंस के दौरान रखे गए प्रस्ताव का उल्लंघन है।
रिपोर्ट में कहा, 'पाकिस्तान जैसा देश जो कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के तय मानकों के तहत नहीं आता उसे रिएक्टर्स मुहैया कराना सीधे तौर पर एनपीटी का उल्लंघन है।'
उल्लेखनीय है कि चीन भारत का विरोध करते हुए कहा था कि जो देश एनपीटी में नहीं शामिल है उसे एनएसजी में शामिल करने से परमाणु अप्रसार की कोशिशों को धक्का लगेगा।