लंदन। वैज्ञानिकों ने डायनासोर की ज्ञात लोकप्रिय प्रजातियों वेलोसिरैप्टर और टी-रेक्स की डीएनए की पूरी संरचना को पूरी तरह डिकोड कर लिया है। इस प्रगति से आने वाले समय में यह समझने में मदद मिल सकती है कि प्रागैतिहासिक काल के विशालकाल जीव वास्तव में कैसे दिखते थे?
ब्रिटेन के केंट विश्वविद्यालय के डैरेन ग्रिफिन की अगुवाई वाली अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने विभिन्न प्रजातियों खासकर पक्षियों और कछुओं के जीनोम का अध्ययन किया।
'नेचर कम्युनिकेशन्स' जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में दिखाया गया है कि समय के साथ किस प्रकार सरीसृप जीवों के क्रोमोसोम में परिवर्तन हुआ।