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Elon Musk ने किया चमत्कार, स्टारशिप रॉकेट उड़ाया फिर वहीं लैंड करवा दिया

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 14 अक्टूबर 2024 (15:42 IST)
Elon Musk: हमेशा चर्चा में रहने वाले दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने एक और चमत्‍कार कर दिखाया है। दरअसल, उन्‍होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। 13 अक्टूबर को स्पेसएक्स ने अपने मेगा स्टारशिप रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। खास बात यह है कि यह स्‍टार रॉकेटशिप फिर से वहीं लैंड करवा दिया, जहां से उड़ाया गया था। बता दें कि इस परीक्षण को स्पेसएक्स का अब तक का सबसे साहसिक और सफल अभियान माना जा रहा है।
सबसे शक्तिशाली रॉकेट है : बता दें कि यह उड़ान टेक्सास के दक्षिणी सिरे से मैक्सिकन सीमा के पास, सूर्योदय के समय हुई। 121 मीटर (400 फीट) ऊंचा यह रॉकेट अब तक का सबसे विशाल और शक्तिशाली रॉकेट है, जिसे स्पेसएक्स ने डेवलेप किया है।

स्पेसएक्स की हिस्‍टोरिक उड़ान : इस परीक्षण को स्पेसएक्स के सबसे साहसिक और सफल अभियानों में से एक माना जा रहा है। इससे पहले जून 2024 में भी स्पेसएक्स ने एक सफल उड़ान भरी थी, जिसमें रॉकेट ने बिना किसी विस्फोट के अपनी यात्रा पूरी की थी। यह स्टारशिप रॉकेट का पांचवा परीक्षण था, जिसमें कोई बड़ी तकनीकी खामी नहीं आई और यह सफलतापूर्वक अपने मिशन को अंजाम दे सका।

अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट : स्पेसएक्स ने स्टारशिप रॉकेट को अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट बताया है। यह रॉकेट 33 मीथेन फ्यूल इंजनों से लैस है और इसका बूस्टर सिस्टम इसे अत्यंत शक्तिशाली बनाता है। मस्क का इरादा इस रॉकेट का इस्तेमाल मानवों और आपूर्ति को चंद्रमा और मंगल ग्रह पर भेजने के लिए करना है।

क्‍या है NASA से कनेक्‍शन : चंद्रमा पर मानव मिशन की तैयारी स्पेसएक्स की इस सफलता के बाद नासा ने चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों के उतारने के लिए दो स्टारशिप रॉकेट का ऑर्डर दिया है। इस दशक के अंत तक नासा इन रॉकेट्स का उपयोग करके चंद्रमा पर मानव मिशन की तैयारी कर रहा है। स्पेसएक्स के इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्राओं को सुलभ और नियमित बनाना है।

बता दें कि मार्च 2024 में हुए स्टारशिप के परीक्षण के दौरान रीएंट्री के समय रॉकेट से संपर्क टूट गया था। तकनीकी खामियों के चलते यह रॉकेट सफलतापूर्वक रीएंट्री नहीं कर सका था। इसके बाद दूसरे परीक्षण में स्टेज सेपरेशन की समस्या ने मिशन को विफल कर दिया था। लेकिन इस बार स्पेसएक्स ने अपनी पिछली गलतियों से सीखा और यह परीक्षण बिना किसी गंभीर समस्या के सफल रहा।

क्‍या है starship की खासियत : स्टारशिप रॉकेट की सबसे महत्वपूर्ण खासियत उसकी री-यूजेबिलिटी है। इसका मतलब यह है कि यदि यह रॉकेट पहली बार उड़ान में विफल हो जाता है, तो इसे दोबारा उड़ाया जा सकता है। यह रॉकेट 150 टन पेलोड ले जाने की क्षमता रखता है, जो इसे और भी अधिक प्रभावी बनाता है। इसके 33 रैप्टर इंजन इसे अब तक का सबसे शक्तिशाली और तेज गति वाला रॉकेट बनाते हैं, जिसकी गति 27,000 किमी/घंटा तक पहुंचती है।

दिग्‍गजों ने की तारीफ : भारतीय उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें स्टारशिप रॉकेट का निचला हिस्सा लॉन्च टावर के पास सुरक्षित रूप से वापस आते हुए दिखाया गया। महिंद्रा ने मस्क की साहसिकता की तारीफ करते हुए लिखा— मैं अपना टिकट कहां से खरीद सकता हूं?

इसी तरह कैपिटलमाइंड के दीपक शेनॉय ने भी इस उपलब्धि को लेकर ट्विटर पर कहा— दस साल पहले, हम सोचते थे कि यह वीडियो उल्टा चल रहा है।
Edited by Navin Rangiyal

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