मॉस्को। जासूस को जहर देने पर उपजे विवाद के मद्देनजर मॉस्को में वाशिंगटन के दूतावास से निष्कासित किए गए अमेरिका के 60 राजनयिकों का पहला जत्था गुरुवार को रवाना हो गया।
अमेरिका के कई राजनयिकों और उनके परिवारों ने स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े छह बजे दूतावास छोड़ दिया और वे तीन बसों तथा एक मिनीबस में सवार होकर हवाईअड्डे की ओर रवाना हुए। रूस ने राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए आज की समय सीमा दी थी।
ब्रिटेन में चार मार्च को सालिसबरी में पूर्व डबल एजेंट सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमला किया गया जिसमें वे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। ब्रिटेन ने इस हमले के पीछ रूस का हाथ बताया है। इसके बाद जैसे को तैसा नीति के तहत राजनियकों को अपने-अपने देश से निकालने का सिलसिला जारी है।
ब्रिटेन ने कहा कि इस हत्या के पीछे रूस के होने की पूरी संभावना है। हालांकि रूस ने आक्रामक रूप से इस आरोप को खारिज किया है।
अमेरिका, यूरोपीय संघ के सदस्यों, नाटो देशों और अन्य देशो ने रूस के 150 से अधिक राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया था और रूस ने भी इसका ऐसा ही जवाब दिया।
मार्च के अंत तक रूस ने अमेरिका के 60 राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए कहा और साथ ही सेंट पीटर्सबर्ग में वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया।
राजनयिकों के देश छोड़कर जाने के मद्देनजर दूतावास में कई वाहन आते और जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कई वाहनों में निष्कासित राजनयिकों के सामान और पालतू जानवर भी हैं।