मालदीव। भारत से योग की शुरुआत हुई और इसे दुनिया के कई देशों के लोगों ने अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए अपनाया। लेकिन, दुनिया का एक देश ऐसा भी है जहां योग दिवस का जमकर विरोध हुआ। बात हो रही है मालदीव की, जहां के चरमपंथी तत्वों ने योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को बाधित किया। विवाद इतना बढ़ गया कि लोगों को कार्यक्रम स्थल से भागना पड़ा।
योग ने दुनियाभर के लोगों को कई चमत्कारी लाभ दिए हैं। राजनेताओं से लेकर सेलेब्रिटी तक हर किसी ने योग को सराहा और सोशल मीडिया पर दूसरो से भी इसे अपनाने को कहा। इसी बीच दुनिया का एक ऐसा देश भी है जहां के कथित चरमपंथी संगठनों ने योग दिवस का विरोध करते हुए कार्यक्रम में बाधा डालने का प्रयास किया।
लोगों को योग छोड़कर भागना पड़ा:
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिसमें देखा जा सकता है कि मालदीव के गालोलु स्टेडियम में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुछ उग्रवादियों ने योग कर रहे लोगों पर हमला कर दिया। लोग घबरा गए और उन्हें स्टेडियम से भागना पड़ा। हालांकि, इस घटना में किसी के भी घायल होने की जानकारी नहीं है।
राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश:
वीडियो वायरल होने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि आज सुबह गालोलु स्टेडियम में हुई घटना बड़ी ही गंभीर है और मालदीव पुलिस ने इसकी आधिकारिक जांच शुरू कर दी है।
घटना में किसका हाथ?
घटना के दौरान किसी तरह की नारेबाजी नहीं हुई और ना ही अभी तक किसी ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। लेकिन, स्थानीय न्यूज एजेंसियों के अनुसार घटना के पीछे देश के पूर्व राष्ट्रपति यामीन और उनकी पार्टी PPM के समर्थक हो सकते हैं। पहले भी वो अपने द्वारा चलाए गए कथित इंडिया आउट अभियान और भारत विरोधी विचारों को लेकर चर्चाओं में रह चुके हैं।