लंदन। फेसबुक पर मतदाताओं को लक्षित करके किए गए विज्ञापन अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काफी मददगार रहे। ये विज्ञापन उन मतदाताओं को ट्रंप का समर्थन करने के लिए राजी करने में सक्षम रहे जिन्होंने अपनी एक राय नहीं बनाई थी। इस तथ्य का पता एक अध्ययन से चला है।
स्पेन के चार्ल्स III यूनिवर्सिटी ऑफ मैड्रिड के शोधकर्ताओं के अनुसार ट्रंप की टीम ने 4 करोड़ 40 लाख डॉलर फेसबुक पर 2016 के चुनाव अभियान के दौरान खर्च किए और 1,75,000 विभिन्न तरीके के विज्ञापन दिए, वहीं डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने चुनाव के दौरान 2 करोड़ 80 लाख डॉलर खर्च किए।
इन अभियानों के दौरान विभिन्न तथ्यों जैसे कि लिंग, स्थान और राजनीतिक झुकाव को देखते हुए फेसबुक यूजर्स के पास संदेश भेजे गए। इससे इस बात की संभावना बढ़ती है कि वैसे मतदाता जिन्होंने यह तय नहीं किया था कि वे अपना मत किस उम्मीदवार को देंगे, इससे उनके ट्रंप को वोट देने की संभावना 5 फीसदी अधिक थी।
वहीं दूसरी तरफ परिणाम ये दर्शाते हैं कि क्लिंटन अपने संभावित और स्वाभाविक मतदाताओं को अपनी तरफ न तो खींचने में सक्षम हो पाईं और न ही इन मतदाताओं की भागीदारी चुनाव में बढ़ा पाईं। शोधकर्ताओं ने कहा कि दुर्भाग्यवश यह दिखाने के लिए उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है कि यह रणनीति क्यों ट्रंप के लिए कारगर रही और क्लिंटन के लिए नहीं। (भाषा)