नई दिल्ली/ जकार्ता। केरल में बाढ़ की भीषण तबाही की गूंज एशियाई खेलों में भी सुनाई दे रही है, जहां परिवार की चिंताओं के बीच राज्य के लगभग 40 खिलाड़ी अपना ध्यान पदक जीतने पर लगाए हुए हैं।
इन खेलों में भाग ले रहे राज्य के एक तैराक को इसके बारे में तब ही पता चला, जब एक पत्रकार ने उससे पूछा। एक धावक अपने परिवार की सलामती को लेकर चिंतित है तो वहीं एक हॉकी खिलाड़ी इस बात से राहत में है कि उसका परिवार सुरक्षित क्षेत्र में है हालांकि राज्य को हुए नुकसान से वह बेहद दुखी है।
इन खेलों में भारतीय दल के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह ने जकार्ता में कहा कि गृह मंत्रालय की मदद से खिलाड़ियों को उनके परिवारों की सुरक्षा स्थिति के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि केरल एथलीटों के लापता परिवार के सदस्यों के ठिकाने को खोजने के लिए हम गृह मंत्रालय से संपर्क करेंगे। उन्हें समर्थन की आवश्यकता है और हम चाहते हैं कि वे बिना किसी चिंता के खेलों में भाग लें।
उन्होंने कहा कि मुझे पता है जब ऐसी घटना होती है तो काफी मुश्किल स्थिति होती है लेकिन हम उन्हें आश्वस्त करने वाली खबर देना चाहेंगे। भारतीय दल में केरल के खिलाड़ियों की संख्या काफी है जिसमें एथलेटिक्स, वॉलीबॉल और बास्केटबॉल में मजबूत प्रतिनिधित्व के अलावा तैराकी और हॉकी टीम में भी राज्य के खिलाड़ी हैं।
खिलाड़ियों के लिए यह काफी भावुक क्षण हैं क्योंकि राज्य में बाढ़ के कारण अब तब 300 सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इन खेलों में पदक के बड़े दावेदार धावक मोहम्मद अनस ने कहा कि मेरा परिवार सुरक्षित क्षेत्र में है लेकिन मेरे कई रिश्तेदार और दोस्त बाढ़ से प्रभावित हैं। मुझे स्थिति के इतने भयावह होने के बारे में नहीं पता था। यह दु:खद स्थिति है।
तैराक साजन प्रकाश ने इन खेलों में 200 मीटर बटरफ्लाई में पांचवें स्थान पर रहे थे। उन्हें हालांकि अभी परिवार के कुछ सदस्यों के बारे में सूचना नहीं मिली है। साजन ने कहा कि मैंने सामाचार में देखा है और यहां जो पत्रकार मेरे संपर्क में हैं उन्होंने भी मुझे बताया है।
उन्होंने (पत्रकार) कहा कि उन्होंने मेरी मां और परिवार के सदस्यों से बात की है, जो अभी तमिलनाडु में हैं। मुझे परिवार के कई अन्य लोगों के बारे में कुछ भी पता नहीं है। हॉकी टीम के कप्तान पीआर श्रीजेश ने कहा कि उनका परिवार सुरक्षित जगह पर है, लेकिन बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए वे दुखी हैं। (भाषा)