काठमांडू/ ढाका। नेपाल और बांग्लादेश में भीषण बाढ़ ने हाहाकार मचाकर रखा है। बाढ़ की वजह से 215 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। नेपाल में अब लगातार बारिश की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 111 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 67 लोग घायल हुए हैं। उधर बांग्लादेश में आसमान से बरस रही आफत ने 104 लोगों की जान ले ली।
पिछले दो सप्ताह से नेपाल में हो रही भारी बारिश से समूचे देश में जनजीवन चरमरा गया है। बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में 40 लोग लापता हैं। नेपाल के गृह मंत्रालय ने बताया कि गुलमी जिले से सबसे अधिक 13 लोगों के मरने की सूचना है, इसके बाद रौतहट जिले से 10 लोगों की मौत की सूचना है।
गृह मंत्रालय के आपात केंद्र की प्रमुख निधि खनाल ने बताया, नेपाल में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 111 हो गई है। बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में समूचे देश में 40 लोग लापता हैं और 67 लोग घायल हुए हैं।
बांग्लादेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंची : बांग्लादेश में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 100 के पार पहुंच गई। वहीं अधिकारियों ने बताया कि देश के कई हिस्सों में बाढ़ के पानी का स्तर अभी बढ़ रहा है।
अधिकारियों के अनुसार 48 घंटों में करीब 20 लोगों की मौत होने के साथ ही मृतकों की संख्या 104 पर पहुंच गई है, जिससे मानसून पिछले कई सालों में सबसे भयावह बन गया है। ज्यादातर लोगों की मौत डूबने से हुई है लेकिन कुछ की भूस्खलन, सांप के काटने और बिजली गिरने से हुई है।
जमालपुर के जिला प्रशासक अहमद कबीर ने कहा, जमालपुर में गुरुवार को बाढ़ के तेज प्रवाह में नाव पलटने से 6 से 18 साल की 5 लड़कियों की डूबने से मौत हो गई।
ब्रह्मपुत्र नदी 10 जुलाई के बाद से उफान पर है, जिससे जमालपुर में करीब 12 लाख लोग बेघर हो गए हैं या प्रभावित हुए हैं। नदी का पानी पिछले हफ्ते 1975 के बाद से अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था।
मयमनसिंह जिला के प्रशासक मिजानुर रहमान ने बताया कि जिले के 6 गांवों में बाढ़ आ गई थी जब नदी के पानी से एक तटबंध टूट गया था और 2,000 लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा। जिला अधिकारियों के मुताबिक 10 जुलाई से बाढ़ से करीब 50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।