पाकिस्तान की आर्थिक हालत के बीच ऐसी खबरें आ रही हैं जिन्हें पढ़कर लगता है कि इस देश की स्थिति आने वाले दिनों में और ज्यादा खराब होने वाली है। कोरोना की मार झेल रहे पाकिस्तान में आम लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है वहीं यहां के नेता आलिशान जिंदगी जी रहे हैं। इतना ही नहीं, इन नेताओं ने पाकिस्तान को लूटकर लंदन और यूएई में अपने महल खड़े कर लिए हैं।
दरअसल, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक असीम बाजवा के बाद अब पूर्व सेना प्रमुख और राष्ट्रपति रहे परवेज मुशर्रफ के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है।
पाकिस्तानी पत्रकार अहमद नूरानी ने खुलासा किया है कि जनरल परवेज मुशर्रफ को रिटायरमेंट पर दो करोड़ रुपए मिले थे, लेकिन उन्होंने लंदन और संयुक्त अरब अमीरात में 20-20 करोड़ रुपए दो फ्लैट खरीदे।
नूरानी ने अपनी वेबसाइट फैक्ट फोकस पर जारी रिपोर्ट में ब्रिटेन और यूएई के दस्तावेजों के हवाले से बताया कि मुशर्रफ ने लंदन में 13 मई 2009 को करीब 20 करोड़ रुपए में फ्लैट खरीदा था। यही नहीं इसी वित्तीय वर्ष में मुशर्रफ ने यूएई में भी करीब 20 करोड़ पाकिस्तानी रुपए का फ्लैट खरीदा था। मजेदार बात यह है कि इसी साल उन्हें सेना से रिटायरमेंट के बाद मात्र 2 करोड़ रुपए का वित्तीय लाभ दिया गया था।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग के पास वर्ष 2013 में दाखिल किए गए दस्तावेजों में कहा गया है कि मुशर्रफ ने सेना से रिटायर होते समय मिले घर या अपनी एक भी जमीन को बेचा नहीं था। जनरल मुशर्रफ वर्ष अप्रैल 2009 में न्यायपालिका की बहाली के बाद देश छोड़कर चले गए थे। उन्होंने लंदन के आलीशान हाइड पार्क इलाके में फ्लैट खरीदा था। इसके अलावा उन्होंने दुबई में भी आलीशान इलाके में 20 करोड़ रुपए का फ्लैट खरीदा है।
जनरल मुशर्रफ की इस संपत्ति के खरीद के मामले पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) के पास काफी समय से लंबित हैं। पाकिस्तानी सेना के बल पर सत्ता में आए इमरान खान ने पूर्व पीएम नवाज शरीफ को लंदन से वापस लाने के लिए अपना जोर लगा दिया है लेकिन पूर्व सेना प्रमुख मुशर्रफ के खिलाफ कार्रवाई के लिए उनकी हिम्मत नहीं हो रही है। वहीं मुशर्रफ के प्रवक्ता दावा करते हैं कि पूर्व जनरल ने भाषण देकर पैसा कमाया है।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व सैन्य प्रवक्ता जनरल असीम सलीम बाजवा भी फंस गए हैं। बाजवा ने अरबों रुपए के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद अंतत: पीएम के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन इमरान ने उसे स्वीकार नहीं किया है।
पाकिस्तानी सेना और चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जनरल बाजवा पर अरबों रुपए की दौलत बनाने का आरोप लगा है। बाजवा ने अभी करीब 60 अरब डॉलर के CPEC परियोजना के चेयरमैन पद से इस्तीफा नहीं दिया है। जनरल बाजवा पर चार देशों में 99 कंपनियां और 133 पापा जॉन पिज्जा के रेस्त्रां बनाने का आरोप है।