लंदन। 28 वर्षीय अभिनेत्री और बायोनिक एक्टिविस्ट एंजेल जियाफ्रिया का जन्म से ही बायां हाथ नहीं था इसलिए उनके माता-पिता ने चार महीने की उम्र के बाद ही एक इलेक्ट्रिक हाथ लगवा दिया था। यह हाथ ऐसा था कि तभी अच्छी तरह से काम करता था जबकि वह भलीभांति चार्ज हो जाता था। इस कारण से उन्हें सवेरे बिस्तर से उठने पर मोबाइल चार्ज करने की बजाय बायोनिक हाथ चार्ज करना पड़ता है। जब यह एक बार चार्ज हो जाता है, तो दिनभर की छुट्टी हो जाती है।
एंजेल जैसे-जैसे बड़ी होती चली गई, वैसे-वैसे उसके इलेक्ट्रिक हाथ को भी अपग्रेड किए जाने की जरूरत पड़ती रही है।
फिलहाल वह एक मोटोराइज्ड इलेक्ट्रिक हाथ का इस्तेमाल कर रही है। एंजेल जब सुबह उठती है तो सबसे पहले वह अपना हाथ चार्ज करती हैं क्योंकि जब तक यह चार्ज नहीं होगा, तब तक वह काम नहीं कर पाती हैं। उसके माता-पिता का कहना है कि जब भी एंजेल इलेक्ट्रिक बोर्ड की तरफ देखती थी, तो हम समझ जाते थे कि वह अपना हाथ चार्ज करना चाहती है।
हाथ चार्ज होने में लगभग एक घंटे का समय लेता है और एक दिन काम करता है। एंजेल के माता-पिता बताते हैं कि कुछ समय पहले वे अमेरिका में ऑस्टिन, टेक्सास में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे। वहां अचानक उसके हाथ की चार्जिंग खत्म हो गई और वह तुरंत उसे चार्ज करने के लिए दौड़ी। लेकिन जहां सॉकेट था, वहां पहले से ही किसी का फोन चार्ज हो रहा था, जिसके बाद एंजेल को काफी परेशानी हुई थी। अचानक उसे दीवार की पिछली तरफ लगा एक सॉकेट नजर आया। वह वहां दौड़कर गई और अपने हाथ को चार्ज किया।
जब भी एंजेल के हाथ की बैटरी कम होने लगती है तो उसके हाथ में लगी बीप की आवाज बज उठती है। उनके माता-पिता का कहना है कि एंजेल के लिए मोबाइल चार्ज करना उतना जरूरी नहीं था, जितना उसका हाथ चार्ज करना था। इसे लेकर वह कई बार परेशान भी हो जाती हैं। यह बात अलग है कि कई बार युवा उसके हाथ को भी कोई नया फैशनेबल इलेक्ट्रिक गैजेट्स समझ लेते हैं। विदित हो कि उन्होंने द अकाउंटेंट, द हंगरगेम्स : मॉकिंगजे पार्ट 1 जैसी फिल्मों में अभिनय किया है।