वॉशिंगटन। मुंबई 2008 आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड तथा कुख्यात आतंकवादी हाफिज सईद को पाकिस्तान की अदालत द्वारा सजा सुनाने के फैसले का अमेरिका ने स्वागत करते हुए कहा कि लश्कर-ए-तैयबा की जवाबदेही तय करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी. वेल्स ने कहा कि आज हाफिज और उसके साथियों को दोषी ठहराया जाना, लश्कर-ए-तैयबा की उसके अपराधों के लिए जवाबदेही तय करने और पाकिस्तान की आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने की अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वेल्स ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि यह देश के भविष्य के हित में है कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल देश विरोधी तत्वों को नहीं करने दें। आतंकवाद निरोधक अदालत ने आतंकवाद को धन मुहैया कराने के मामलों की रोजाना सुनवाई करते हुए 11 दिसंबर को सईद एवं उसके एक सहयोगी को दोषी करार दिया था।
अदालत ने बुधवार को दोनों मामलों में सईद को साढ़े 5 साल-साढ़े 5 साल कैद की सजा सुनाई और दोनों मामलों में 15-15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। दोनों मामलों में सजाएं साथ-साथ चलेंगी। पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग के आवेदन पर सईद के खिलाफ लाहौर और गुजरांवाला शहर में मामला दर्ज किया गया था।
सईद की पार्टी जमात-उद-दावा के बारे में माना जाता है कि वह लश्कर-ए-तैयबा का सहायक संगठन है, जो मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 6 अमेरिकी समेत 166 लोगों की मौत हो गई थी।