इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सियासी हलचल के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के विशेष सहायक और एमएनए शाहजैन बुगती ने सरकार से इस्तीफा देने और विपक्ष का साथ देने का साथ देने की घोषणा की है। बिलावल भुट्टो और शाहजैन बुगती दोनों ने साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बुगती ने इमरान सरकार से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में लोगों को भरोसे को बहुत ठेस पहुंची है। मुल्क का हाल देखकर मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। हम बिलावल और विपक्ष के साथ खड़े हैं।
इमरान खान के सहयोगी दल उनसे किनारा कर रहे हैं जबकि उनकी पार्टी के करीब दो दर्जन सांसद उनके खिलाफ बगावत कर रहे हैं। खान (69) की पार्टी के 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
विशाल रैली : अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस्लामाबाद में एक विशाल रैली कर रहे हैं जिसके लिए सरकार ने रविवार को विभिन्न शहरों से उनके समर्थकों के यहां पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम किया गया।
विपक्षी दलों के नेशनल असेंबली सचिवालय में आठ मार्च को एक अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिये जाने के बाद से पाकिस्तान में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पार्टी) देश में आर्थिक संकट और बेतहाशा बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है। इमरान खान सरकार द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लाहौर और अन्य शहरों से लाने के लिए पाकिस्तान रेलवे से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया गया है।
खान के हजारों समर्थक ट्रेनों, सार्वजनिक वाहनों और निजी कारों से सत्तारूढ़ दल की ऐतिहासिक रैली में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने कहा कि यह जनसभा देश के इतिहास में सबसे बड़ी होगी और एक इसका बहुत प्रभाव पड़ेगा। इस रैली का आह्वान खान ने किया है क्योंकि वह विपक्षी नेताओं के एक समूह की कथित साजिश के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इससे अलग, सोमवार को इस्लामाबाद में विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमाक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम)भी एक राजनीतिक कार्यक्रम करने वाला है। पीडीएम में जमियत ए इस्लाम फज्ल और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज शामिल हैं। पीडीएम ने एक दिन बाद अपना शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय किया है जो नेशनल असेंबली के सत्र के साथ-साथ होगा, जब सदन में औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला है।
वहीं, पीएमएल-एन उपाध्यक्ष मरयम नवाज और उनकी करीबी रिश्तेदार हमजा शहबाज (शहबाज शरीफ की बेटी) के नेतृत्व में शनिवार को लाहौर से एक अन्य बड़ा विरोध मार्च शुरू किया गया। विपक्षी रैली में शामिल होने के लिए जीटी रोड होते हुए इसके सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम है। मरयम ने अपने समर्थकों से कहा कि यह (मार्च) इमरान खान नीत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। इमरान खान एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।