इस्लामाबाद। भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में हमला पर आतंकियों से पुलवामा हमले का बदला ले लिया है। मिराज 2000 विमानों ने 21 मिनट तक बम बरसाते हुए 200 से 300 आतंकियों को मार गिराया। इस हमले से पाकिस्तान कांप उठा है और उसने आपात बैठक बुलाई है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने मंगलवार तड़के किए ट्वीट में भारतीय वायुसेना के विमानों की ओर से गोलीबारी की बात स्वीकार कर भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई की सफलता की भी पुष्टि कर दी है। यदि इस बमबारी का असर बड़ा नहीं होता तो पाकिस्तानी सेना की ओर से इस प्रकार की स्वीकारोक्ति नहीं की जाती।
गफ्फूर ने कहा, पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से समय पर और प्रभावकारी कार्रवाई के बाद भारतीय विमान ने जल्दबाजी में खाली स्थानों पर बमबारी की लेकिन बानाकोट के पास हमारी सेना ने भारतीय विमानों को खदेड़ दिया।' उन्होंने लिखा, 'भारतीय वायुसेना नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर हमारी वायु सीमा में घुस आई।पाकिस्तानी वायुसेना ने तत्काल प्रभावी कार्रवाई की। भारतीय वायुसेना विमानों को वापस लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों पर मंगलवार को तड़के भारी बमबारी की जिसमें कई आतंकवादी कैंप पूरी तरह नेस्तनाबूद हो गए।
सूत्रों के अनुसार वायुसेना के 10 से 12 मिराज लड़ाकू विमानों ने तड़के साढ़े तीन बजे मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी जैसे क्षेत्रों में भारी बमबारी की जिसमें पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंप पूरी तरह जमींदोज हो गए। इस कार्रवाई में 200 से 300 आतंकवादियों के मारे जाने की भी बात कही जा रही है।
भले ही पाकिस्तान इस हमले में किसी तरह के नुकसान से इनकार कर रहा हो पर उसकी प्रतिक्रिया से साफ झलक रहा है कि वह हमले से बौखला गया है। गौरतलब है कि यह आरोप जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों में बढ़े तनाव के बीच लगाया गया है। हमले में सुरक्षाबल के 40 जवान शहीद हुए थे।