समरकंद। उज्बेकिस्तान ने शुक्रवार को यहां 8 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता भारत को सौंपी। एससीओ समरकंद शिखर सम्मेलन के बाद भारत 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में एससीओ के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। एससीओ में 6 संस्थापक सदस्य चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने समरकंद में 22वें एससीओ शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए।
उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री व्लादिमीर नोरोव ने ट्वीट किया, एससीओ समरकंद शिखर सम्मेलन के बाद भारत 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में एससीओ के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। हम इस जिम्मेदार मिशन के क्रियान्वयन में अपने रणनीतिक साझेदार भारत की सहायता करने की पूरी कोशिश करेंगे।
समरकंद में आयोजित सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मध्य एशियाई देशों के अन्य नेता शामिल हुए।
एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई थी और इसके आठ पूर्ण सदस्य हैं, जिनमें छह संस्थापक सदस्य चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान इसमें 2017 में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए थे। समरकंद शिखर सम्मेलन में ईरान को एससीओ के स्थाई सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।(भाषा)