प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर से लंदन से करीब 50 किलोमीटर दूर चेकर्स में उनके आधिकारिक आवास में मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर की उपस्थिति में ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर हुए। यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद यह ब्रिटेन द्वारा किया गया सबसे बड़ा और आर्थिक रूप से सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यापार समझौता है।
भारत-ब्रिटेन में डील होने के बाद चमड़ा, जूते, ऑटो पार्ट, सीफूड, खिलौने और कपड़ों का रियायती दरों पर निर्यात संभव होगा। इससे ये चीजें ब्रिटेन के लोगों को सस्ती मिलेगी। इसके साथ ही ब्रिटेन से आने वाले सामानों पर भी आयात सस्ता होगा, जिससे भारतीयों को सस्ते में सामान मिलेगा। व्हिस्की, चॉकलेट, बिस्किट, सालमन फिश, कॉस्मेटिक सामान, मेडिकल उत्पाद, लग्जरी कारें सस्ती होंगी।
क्या बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि चरमपंथी विचारधारा वाली ताकतों को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता, यूक्रेन संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर लगातार विचार साझा कर रहे हैं। हमारी सुरक्षा एजेंसियां आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण जैसे मामलों पर सहयोग और समन्वय जारी रखेंगी। हम पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए प्रधानमंत्री स्टार्मर और उनकी सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
क्या बोले ब्रिटिश प्रधानमंत्री
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर कहा कि यह भारत द्वारा अब तक किए गए व्यापक व्यापार समझौतों में से एक है। भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करके हम एक बहुत ही प्रभावशाली संदेश दे रहे हैं कि ब्रिटेन व्यापार के लिए खुला है। कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं।
भारत को आयात शुल्क में मिलेगी राहत
इस समझौते से भारत से ब्रिटेन को होने वाले 99% निर्यात पर टैरिफ यानी आयात शुल्क में राहत मिलेगी। इसका मतलब है कि भारत से जो सामान ब्रिटेन भेजा जाएगा, उस पर लगने वाला टैक्स या तो बहुत कम हो जाएगा या पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। ब्रिटेन की कंपनियों के लिए भी यह समझौता फायदेमंद होगा। अब उन्हें भारत में व्हिस्की, कार और दूसरे उत्पाद बेचने में पहले से ज्यादा आसानी होगी। भारत इन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को घटाकर 15% से 3% करेगा। समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार हर साल करीब 3 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma