अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) ने पहली बार अंतरिक्ष से 170 पाउंड (78 किलोग्राम) कचरा धरती पर फेंका। इस कार्य को सफत्लापूर्वक अंजाम देने के लिए स्पेस स्टेशन के 'कमर्शियल ट्रैश बैग' और एक खास तरह के 'एयरलॉक' सिस्टम का इस्तेमाल किया। आईएसएस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका वीडियो भी जारी किया है, जिसे लाखों बार देखा जा चुका है।
NASA के जॉनसन स्पेस सेंटर ने एक विशेष बैग विकसित किया है, जो अंतरिक्ष के कचरे को होल्ड कर सकता है। इस कचरे में अंतरिक्ष यात्रियों (Astronaut) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजें होती हैं। जैसे - गंदे कपड़े, पैकिंग मटेरियल और हाइजीन के काम में आने वाला सामान आदि। इसके अलावा स्पेसक्राफ्ट, सैटेलाइट, रॉकेट और अन्य डिवाइसेज के पुराने टुकड़े होते हैं।
272 किलोग्राम कचरा फेंका जा सकता है:
आईएसएस के कमर्शियल कार्गो शिप द्वारा फेंका गया यह कचरा धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जलकर राख हो जाएगा। इस कंटेनर में 272 किलो ग्राम तक कचरा भरकर फेंका जा सकता है। इस प्रक्रिया से सफलतापूर्वक अंतरिक्ष के कचरे का निपटारा किया जा सकता है। NASA के वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रयोग सफल रहा।
प्रतिवर्ष उत्पन्न होता है 2,500 किलो कचरा:
उल्लेखनीय है कि हर साल अंतरिक्ष में 2,500 किलोग्राम कचरा उत्पन्न होता है। अंतरिक्ष में करीब 6 हजार टन कचरा पृथ्वी की कक्षा के आस-पास घूम रहा है, जो कभी न कभी पृथ्वी पर आकर जरूर गिरेगा। लेकिन, इससे मानवों को चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है। क्योकि, पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते ही ये कचरा जलकर राख हो जाएगा।