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छह महीने संघर्ष कर धरती पर ऐसे लौटे 4 अंतरिक्ष यात्री, बयां की अपनी दास्‍तां

हमें फॉलो करें छह महीने संघर्ष कर धरती पर ऐसे लौटे 4 अंतरिक्ष यात्री, बयां की अपनी दास्‍तां
, शनिवार, 13 नवंबर 2021 (17:22 IST)
धरती पर जीना ही अपने आप में एक चुनौती है, ऐसे में अंतरिक्ष में जीना क्‍या होता होगा, ये कोई वैज्ञानिक ही बता सकता है। हाल ही में कुछ अंतरिक्ष यात्र‍ियों ने स्‍पेस से लौटकर अपने संघर्ष की दास्‍तां सुनाई है। उन्‍होंने सोशल मीडि‍या में अपनी ये कहानी बताई, इसके बाद सोशल मीडिया में भी इसकी खासी चर्चा हो रही है।

दरअसल, इस यात्रा से लौटे सभी 4 यात्र‍ियों को डायपर लगाना पड़ा, अब इसकी वजह क्‍या थी, यह तो आपको आगे चलकर ही पता लगेगा। दरअसल, करीब 6 महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरि‍क्ष केंद्र में रहने के बाद 4 वैज्ञानिकों ने अपनी कहानी सुनाई है।

पिछले दिनों स्पेस एक्स कैप्सूल फ्लोरिडा के पेन्साकोला तट पर मेक्सिको की खाड़ी में उतारा गया। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से धरती पर आने में इन अंतरिक्षयात्रियों को करीब 8 घंटे का वक्त लगा।

जैसे ही ये चार अंतरिक्ष यात्री धरती पर लौटे, उनके स्‍थान पर अन्‍य चार यात्री स्पेसएक्स से अंतरिक्ष केंद्र के लिए रवाना हुए।

इन चार अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही वहां भेजा जाना था, लेकिन खराब मौसम और एक अंतरिक्ष यात्री की आपातकालीन चिकित्सा स्थिति के कारण इसमें देरी हुई।

नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किमबरॉ और मेगन मैकआर्थर, जापान के अकिहितो होशिदे और फ्रांस के थॉमस पेस्कवेट को सोमवार सुबह वापस लौटना था, लेकिन तेज हवाओं के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।

अंतरिक्ष केंद्र से नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वेंदे हेइ ने अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों को विदाई दी। मैकआर्थर से कहा, ‘मैं पास के मॉड्यूल से आपके ठहाकों की आवाज सुनने की कमी महसूस करूंगा।

इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने की राह आसान नहीं रही। उनके कैप्सूल का टॉयलेट टूट गया था, लिहाजा धरती लौटने तक सभी अंतरिक्षयात्रियों को यात्रा के दौरान डायपर पहनना पड़ा। इससे पहले अप्रैल में रवाना होने के तुरंत बाद मिशन कंट्रोल ने अंतरिक्ष में कचरे के एक टुकड़े के उनके कैप्सूल से टकराने को लेकर आगाह किया था, लेकिन बाद में यह गलत चेतावनी निकली।

अंतरिक्ष केंद्र में जाने वाला अगला दल वहां छह महीने तक रहेगा। जापान के एक उद्योगपति और उनके निजी सहायक दिसंबर में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी से रवाना होंगे। इसके बाद स्पेसएक्स से फरवरी में तीन कारोबारी अंतरिक्ष में जाएंगे।

SpaceX एक Expoloration Techonologies Corporation है, जिसे SpaceX के नाम से जाना जाता है। 2002 में CEO और SpaceX लीड डिज़ाइनर एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा स्थापित एक निजी तौर पर आयोजित रॉकेट और अंतरिक्ष यान कंपनी है, ये Elon Musk वहीं है जो टेस्ला के सह संस्थापक और उत्पाद डेवलपर भी हैं।

स्पेसएक्स दुनिया की अकेली ऐसी निजी कंपनी है जो कि नियमित तौर पर धरती पर रॉकेट के स्टेज वापस लौटाती है, ताकि इनको फिर से लॉन्च किया जा सके। कंपनी आईएसएस पर नियमित रूप से कार्गो भेजती रही है और अब वह एस्ट्रोनॉट्स को लॉन्च कर रही है। मस्क की कंपनी स्टारशिप नाम से बड़े स्पेसक्राफ्ट भी विकसित कर रही है, जिन्हें मंगल पर इंसानों की बस्तियां तैयार करने में इस्तेमाल किया जाएगा।

बता दें कि वैज्ञानिकों को अंतरि‍क्ष यात्राओं के दौरान कई तरह की चुनौति‍यों का सामना करना पड़ता है, मसलन इस यात्रा में टायलेट टूट जाने की वजह से सभी अंतरिक्ष यात्र‍ि‍यों को डायपर लगाना पड़ा।

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