Israel vs Hezbollah : इजराइली हमले में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हाशेम सफीद्दीन (Hashem Safieddine) 50 हजार लड़ाकों वाले विश्व के सबसे बड़े और शक्तिशाली संगठन हिजबु्ल्लाह की कमान संभालेगा। सफीद्दीन नसरल्लाह का चचेरा भाई है। उसे हिजबु्ल्लाह का दूसरा सबसे शक्तिशाली नेता माना जाता है।
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कौन है सफीद्दीन : सफीद्दीन का जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के दीर कानून एन नाहर में हुआ था। वह खुद को मौलवी बताता है और हर समय काली पगड़ी पहनता है। वह इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद के वंशज होने का भी दावा करता है। वह हिजबुल्लाह की जिहाद परिषद का भी सदस्य है, जो समूह के सैन्य अभियानों का प्रबंधन करती है। साथ ही वह संगठन के राजनीतिक मामले भी देखता है।
सफीद्दीन के ईरान और अयातु्ल्लाह खुमैनी से भी बेहतर संबंध है। 2017 में अमेरिका हाशेम को आतंकवादी घोषित कर चुका है। इसी वर्ष सउदी अरब ने भी हाशेम को आतंकी घोषित कर दिया। बहरहाल वह भी इजराइल के टारगेट पर है।
क्यों टारगेट पर था नसरल्लाह : 64 साल का नसरल्लाह 50 हजार लड़ाकों वाले विश्व के सबसे बड़े संगठन का नेता था। उसने 1992 में इजराइली मिसाइल हमले में अपने पूर्ववर्ती की मौत
के बाद हिजबुल्ला की कमान संभाली थी और तीन दशक तक संगठन का नेतृत्व किया। 2006 में इजराइल के खिलाफ हिजबुल्ला के युद्ध का नेतृत्व किया था।
कैसे मारा गया नसरल्लाह : इजराइली मीडिया का कहना है कि हिज्बुल्लाह के मुख्यालय पर 80 से ज्यादा बम गिराए गए। हर बम पर औसतन एक टन विस्फोटक था। बंकरों को भेदने वाले
बमों का भी इस्तेमाल किया गया। इसी हमले में नसरल्लाह और उसकी बेटी जैनब मारे गए। इजराइली सेना ने महज 2 माह में हिजबु्ल्लाह के पूरे नेतृत्व को खत्म कर दिया।
Edited by : Nrapendra Gupta