Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

मेलोनी ने किया ट्रंप का समर्थन, इस तरह किया पीएम मोदी को याद

वाशिंगटन डीसी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी किया याद

Advertiesment
हमें फॉलो करें मेलोनी ने किया ट्रंप का समर्थन, इस तरह किया पीएम मोदी को याद

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, रविवार, 23 फ़रवरी 2025 (10:56 IST)
Meloni news in hindi : इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते हुए दावा किया है कि वामपंथी ट्रंप की जीत के बाद घबरा गए हैं। उन्होंने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा कि दक्षिणपंथी नेता आज के समय जब कुछ बोलते हैं, तो उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा कहा जाता है।
 
वाशिंगटन डीसी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) में मेलोनी ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ ही अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ट्रंप की सत्ता में वापसी से वामपंथियों में हताशा है। लेफ्ट में आज इसलिए ही हताशा नहीं है कि दक्षिणपंथी नेता जीत रहे हैं, बल्कि इसलिए भी कि वे एकसाथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि आज जब ट्रंप, मेलोनी, जेवियर मीलै या शायद मोदी बात करते हैं तो उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा कहा जाता है। यह वामपंथियों के दोहरे मापदंड हैं। लेकिन हम इसके आदी हैं। लोग अब उनके झूठ पर विश्वास नहीं करते। वो हम पर कितना भी कीचड़ उछाले, जनता हमें ही वोट देती है।
उन्होंने कहा कि जब बिल क्लिंटन और टोनी ब्लेयर ने 90 के दशक में लेफ्ट लिबरल का ग्लोबल नेटवर्क बनाया तो उन्हें राजनेता कहा जाता था।

मेलोनी ने ट्रंप को एक मजबूत नेता बताया और इस धारणा को खारिज किया कि उनका राष्ट्रपति बनना दक्षिणपंथी गठबंधन में फूट डाल सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी उम्मीद कर रहे हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप हमसे दूरी बना लेंगे, लेकिन मैं उन्हें एक मजबूत और प्रभावी नेता के रूप में जानती हूं।
 
उल्लेखनीय है कि ट्रंप के टैरिफ को लेकर कई यूरोपीय देशों में हड़कंप की स्थिति दिखाई दे रही है। मेलोनी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के उस बयान का बचाव किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूरोप के लिए सबसे बड़ा खतरा अंदर से है।
edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

एलन मस्क का फेडरल कर्मचारियों को ईमेल, 48 घंटे में मांगा काम का हिसाब