चीन की ई-कॉमर्स कंपनी 'अलीबाबा' के सहसंस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष जैक मा सोमवार को रिटायर हो जाएंगे। जैक मा ने कहा कि वे शिक्षा और मानव सेवा केे क्षेत्र में अपना समय व्यतीत करना चाहते हैं।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट एक युग का अंत नहीं है, बल्कि एक युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि मुझे शिक्षा पसंद है। मैं अपना अधिक समय और पैसा इसी क्षेत्र में लगाऊंगा। वे अंग्रेजी के शिक्षक रह चुके हैं। जैक मा अलीबाबा के निदेशक मंडल के सदस्य बने रहेंगे और कंपनी के प्रबंधन को देखेंगे। जैक सोमवार को 54 वर्ष के हो जाएंगे।
चीन में भगवान का दर्जा : जैक मा को चीन के कई घरों में पूजा तक जाता है। घरों में उनकी फोटो लगी हुई हैं, जहां उन्हें ईश्वर की तरह पूजा जाता है। जैक के जन्मदिन पर चीन में राष्ट्रीय अवकाश होता है और इसे चीन में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कैसे हुई अलीबाबा की शुरुआत : जैक ने 17 और लोगों के साथ मिलकर 1999 में चीन के झेजियांग के हांगझू में अपने अपार्टमेंट से अलीबाबा की शुरुआत की थी। आज दुनियाभर में इस कंपनी का नाम है। अलीबाबा की सालाना नेटवर्थ 29 लाख करोड़ रुपए है। जैक मा चीन की विश्वविद्यालय परीक्षा में दो बार फेल हुए थे। इस बात की टीस उन्हें हमेशा रहती है।
मा कहते हैं कि वे कभी भी अच्छे स्टूडेंट नहीं बन सके, लेकिन इसके बाद भी लगातार सुधार किया और जिंदगी से सीखता रहेे। 2013 में सीईओ पद से इस्तीफा देने के बाद आज भी वे कंपनी का प्रमुख चेहरा हैं। वे पहले ऐसे विदेशी कारोबारी हैं, जिनसे डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद मिले थे।
टीम की ताकत पर भरोसा : जैक मा को अपनी टीम पर पूरा भरोसा है। वे कहते हैं कि मैंने स्ट्रक्चर बनाया है, कुछ निवेशकों को भले ही यह पसंद नहीं है, पर मुझे लगता है कि यह कंपनी को मेरा सबसे बड़ा योगदान है और इसे लंबे समय तक चलाने में कारगर होगा। जैक के पास अलीबाबा के साथ ही एंट फाइनेंशियल का भी नियंत्रण है। यह चीन की सबसे बड़ी मोबाइल पैमेंट सर्विस प्रोवाइडर है। इससे चीन के करीब 87 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं।
भारत में लोकप्रिय अलीबाबा और यूसी ब्राउजर : चीन के अतिरिक्त अलीबाबा के भारत सहित पूरे विश्व में कई जगह कार्यालय हैं। कंपनी को ज्यादातर लोग यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज के नाम से ज्यादा जानते हैं। यह हर स्मार्टफोन में रहता है। ई-कॉमर्स वेबसाइट अलीबाबा.कॉम भारत में भी मशहूर है। इसके अलावा कंपनी ने पेटीएम में भी बहुत बड़ा निवेश किया है। अलीबाबा ने ऑनलाइन ग्रोसेरी कंपनी बिगबास्केट, जोमाटो आदि में भी निवेश किया है।