एक्रोन (अमेरिका)। अमेरिका के आहायो में एक्रोन शहर में पुलिस गोलीबारी में मारे गए अश्वेत जेयलैंड वॉकर की मौत के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। एक्रोन पुलिस की ओर से जारी किए गए वीडियो के अनुसार वॉकर पर जब पीछा करते हुए पुलिस ने गोलियां चलाईं, तब वह निहत्था था, जबकि अधिकारियों को ऐसा लगा कि उसने वाहन में से गोली चलाई थी और वह फिर से गोली चलाने वाला है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक्रोन पुलिस ने रविवार को जेयलैंड वॉकर की मौत से जुड़ा वीडियो जारी किया। मेयर ने इस गोलीबारी को हृदयविदारक करार देते हुए समुदाय से शांति एवं संयम बनाए रखने की अपील की।
गोलीबारी में शामिल आठ अधिकारियों ने कितनी गोलियां चलाईं, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन वॉकर के शरीर पर 60 से अधिक जख्म के निशान थे। वॉकर के परिवार के वकील ने बताया कि जेयलैंड वॉकर के जमीन पर होने के बावजूद अधिकारियों ने उस पर गोलियां चलाईं।
वीडियो जारी होने के बाद नाराज लोगों ने पूरे शहर में मार्च किया और एक्रोन न्याय केंद्र के सामने जमा हो गए। नेशनल एसोसिएशन फॉर दी एडवांसमेंट ऑफ कलर्ड पीपल (एनएएसीपी) के अध्यक्ष डेरिक जॉनसन ने एक बयान में कहा कि वॉकर की मौत एक हत्या थी। इसमें कोई संदेह नहीं है।
वहीं एक्रोन के पुलिस प्रमुख स्टीव मेयलेट ने कहा कि अधिकारियों ने सोमवार को कुछ कथित उल्लंघनों के कारण वॉकर की कार रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उसी समय कार में से गोली चलने की आवाज आई और परिवहन विभाग के कैमरे के वाहन से निकलने वाली रोशनी भी कैद हुई है। इससे मामला पलट गया और नियमित यातायात जांच, जन सुरक्षा के मुद्दे में बदल गई।
पुलिस ने बताया कि इसके कुछ मिनट बाद कार की रफ्तार कम हुई और वॉकर कार से निकलकर भागने लगा। कार में से हैंडगन, मैगजीन, शादी की एक अंगूठी मिली और एक संदिग्ध हथियार मिला, जिससे अधिकारियों ने अंदाजा लगाया कि शायद इसी से वॉकर ने गोली चलाई थी। इसके बाद उन्होंने वॉकर का पीछा किया और वे एक पॉर्किंग में पहुंच गए, जहां कई बार गोलियां चलाई गईं।
स्टीव मेयलेट ने बताया मौके से तीन तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वॉकर बैठते हुए, अधिकारी की तरह मुड़ते नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, हर अधिकारी को यही लगा कि वॉकर गोली चलाने वाला है।
मेयलेट ने कहा कि किसी पर भी गोली चलाने वाले अधिकारी को इस बात का जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए कि उन्होंने ऐसा क्यों किया, उन्हें यह स्पष्ट करने में सक्षम होना चाहिए कि वे किन विशिष्ट खतरों का सामना कर रहे थे। उनकी जवाबदेही तय किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जब तक ये अधिकारी अपना बयान नहीं दे देते, तब तक वह मामले पर टिप्पणी नहीं करेंगे। मेयलेट ने कहा कि सभी अधिकारी जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं।(भाषा)