वॉशिंगटन। अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करने के बाद जो बाइडेन ने अपने दमदार भाषण में इस चुनौतीपूर्ण समय में लोकतंत्र, एकता और उम्मीद के महत्व पर जोर दिया। उनका यह भाषण तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले भारतीय-अमेरिकी विनय रेड्डी ने लिखा था, जिसकी काफी सराहना हो रही है।
रेड्डी ने बाइडेन के प्रथम भाषण में उनके (बाइडेन) प्रशासन के लक्ष्यों को रेखांकित किया और राष्ट्रीय राजनीति में मौजूदा संकट को दूर करने पर जोर दिया। भाषण में रेड्डी के प्रेरक शब्दों को लेकर उनकी सराहना की जा रही है।
बाइडेन के भाषण की कुछ यादगार पंक्तियां इस प्रकार हैं- बाइडेन ने कहा, यह अमेरिका का दिन है, यह लोकतंत्र का दिन है, इतिहास का और उम्मीद का दिन है। आज हम जीत का जश्न मना रहे हैं, किसी एक उम्मीदवार का नहीं, बल्कि एक उद्देश्य का। हमने एक बार फिर से सीखा है कि लोकतंत्र बहुमूल्य है, लोकतंत्र नाजुक है।
उन्होंने कहा, एकता के बगैर शांति नहीं हो सकती, सिर्फ कड़वाहट और क्रोध होगा। प्रगति नहीं होगी, सिर्फ अप्रिय घटनाएं होंगी। कोई भी राष्ट्र नहीं रहेगा, सिर्फ अव्यवस्था की स्थिति होगी...संकट और चुनौतीपूर्ण समय में यह हमारा ऐतिहासिक क्षण है...एकता आगे बढ़ने का रास्ता है।
उन्होंने कहा, यहां हम एक दंगाई भीड़ की हिंसा के कुछ ही दिनों बाद खड़े हैं, जिन्होंने (भीड़ ने) यह सोचा था कि वे लोगों को खामोश कर देंगे, हमारे लोकतंत्र का पहिया चलना रोक देंगे, हमें इस पवित्र स्थान से निकाल बाहर कर देंगे। ऐसा नहीं हुआ। यह कभी नहीं होगा। न तो आज, न ही कल और कभी भी नहीं।
बाइडेन ने कहा, जीवन के बारे में यहां कुछ चीजें हैं। कभी आपको किसी के सहारे की जरूरत होगी। किसी दिन हम आपसे सहयोग का हाथ बढ़ाने की अपील करेंगे। कुछ ऐसा ही होता है। यह चीज हम एक-दूसरे के लिए करते हैं। अपने 21 मिनट के भाषण को आधा पूरा करने के बाद बाइडेन ने कहा, वॉशिंगटन के कामकाज के बारे में और किस तरह वह राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान काम करने की कल्पना करते हैं, उस बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं।
उन्होंने कहा, राजनीति यह नहीं है कि आग लगाकर अपने रास्ते में आने वाली हर चीज नष्ट कर दी जाए। हर असहमति एक पूर्ण युद्ध का कारण नहीं बने। उन्होंने कहा, सभी अमेरिका वासियों का राष्ट्रपति हूं। हमें इस असभ्य युद्ध को अवश्य खत्म करना होगा, जिसने एक पार्टी के समर्थक को दूसरी पार्टी के समर्थक के खिलाफ खड़ा कर दिया है।
राष्ट्रपति के कार्यकाल के बारे में इतिहास लिखने वाले माइकल बेशलोस ने एक ट्वीट में बाइडेन के भाषण को विनम्र और प्रेरक बताया। वहीं अन्य विशेषज्ञों और मीडिया स्तंभकारों ने कहा कि राष्ट्रपति ने भाषण में वही कुछ कहा, जिसकी इस वक्त दरकार थी। पत्रकार मैट फुलर ने कहा कि बाइडेन का भाषण इतिहास, आस्था, गरिमा, सम्मान, एकता की अपील करता है। यह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रथम भाषण के ठीक उलट है।
टाइम पत्रिका के स्तंभकार डेविड फ्रेंच ने ट्वीट किया, जो बाइडेन ने वह भाषण दिया, जिसकी इस वक्त दरकार थी। बहुत बढ़िया। उल्लेखनीय है कि रेड्डी ने बाइडेन-(कमला)हैरिस को सत्ता हस्तांतरण के दौरान भाषण लेखक के रूप में सेवा दी है और वह बाइडेन-हैरिस के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वरिष्ठ सलाहकार एवं भाषण लेखक रह चुके हैं।
इससे पहले वह ओबामा-बाइडेन (बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहने) प्रशासन के दौरान अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के लिए भी भाषण लिख चुके हैं। रेड्डी ओहायो के डेयटन में पले-बढ़े हैं। वह अभी न्यूयॉर्क में अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ रहते हैं।(भाषा)