वॉशिंगटन। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से पीएम मोदी की मुलाकात के दौरान भारत को उस समय बड़ी सफलता मिली जब मेजबान नेता ने खुद पाकिस्तान में आतंकवाद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी मौजूद हैं। उन्होंने आतंकवादी समूहों के लिए इस्लामाबाद के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की।
विदेश सचिव श्रृंगला ने एक विशेष ब्रीफिंग के दौरान कहा कि बैठक में उप राष्ट्रपति ने उस संबंध में पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया। हैरिस ने कहा कि वहां आतंकवादी समूह काम कर रहे है। हमें पाकिस्तान पर कार्रवाई करनी होगी ताकि ये समूह अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर प्रभाव न डाल सके।
श्रृंगला ने बताया कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस सीमा पार आतंकवाद के तथ्य पर प्रधानमंत्री की ब्रीफिंग से सहमत हैं। वे मानती हैं कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है. ऐसे आतंकवादी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भी इस महीने की शुरुआत में कहा था कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों सहित तालिबान के सदस्यों को आश्रय दिया है।
मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध नई ऊचांइयों पर पहुंचेंगे। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया और पारस्परिक एवं वैश्विक हित वाले मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। इससे पहले हैरिस ने भारत में कोविड-19 संकट के दौरान मोदी से फोन पर बात की थी। हैरिस ने भारत को अमेरिका का 'बेहद अहम भागीदार' करार दिया। साथ ही नई दिल्ली की उस घोषणा का स्वागत किया जिसमें भारत ने जल्द ही कोविड-19 टीके का निर्यात फिर से शुरू करने की बात कही है।